लखनऊ: कोरोना महामारी की चपेट में प्रदेश भर के लोग आ रहे हैं और काफी संख्या में लोगों की जान भी जा रही हैं. इस बीच लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में जुटे लेखपाल भी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. कोरोना की चपेट में आने से प्रदेश में अब तक 21 लेखपालों की मौत हो गई है. साथ ही लेखपालों के परिवार के 41 लोगों की भी मौत हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के लेखपाल संघ ने लेखपालों की मौत पर 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की है.
लेखपाल संघ ने अपर मुख्य सचिव को भेजा पत्र
प्रदेश में राजस्व परिषद के अंतर्गत खसरा-खतौनी और अन्य राजस्व रिकॉर्ड की जिम्मेदारी संभालने वाले 21 लेखपालों की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई है. साथ ही इन लेखपालों के परिवार के 41 लोगों की मौत भी कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. जिसके बाद लेखपाल संघ की तरफ से अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार को पत्र भेजकर आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की गई है.
50-50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की मांग
लेखपाल संघ के महामंत्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना से मरने वाले लेखपालों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता यानी अनुग्रह राशि तत्काल दिलाने की मांग को लेकर हमने पत्र भेजा है. उन्होंने कहा कि लेखपाल अपने विभागीय दायित्व के साथ-साथ कृषि विभाग, पंचायत विभाग, ड्रोन सर्वे सहित विभिन्न विभागों की अनेक योजनाओं का कार्य करने के साथ-साथ कोरोना संकट के दौरान प्रदेश में चलाए जा रहे राहत कार्य में भी लगे हुए हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में लेखपाल एवं उनके परिजन संक्रमित हो रहे हैं. प्रदेश में अब तक 21 लेखपालों की कोरोना से मौत हो चुकी है. ऐसे में संघ ने सरकार से कोरोना से मरने वाले लेखपालों के परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है.
अनुग्रह राशि के साथ ही नियुक्ति कराने की मांग
लेखपाल संघ के महामंत्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में अब तक 510 लेखपाल कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 21 लेखपालों की मौत हो चुकी है. पंचायत चुनाव और उसकी मतगणना के दौरान 105 लेखपाल संक्रमित हुए हैं. इसके साथ ही लेखपालों के परिवार के लोग भी काफी संख्या में संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 41 लोगों की मौत हो चुकी है. लेखपाल संघ ने अपर मुख्य सचिव राजस्व को भेजे पत्र में कहा है कि कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले लेखपालों के परिजनों को 50-50 लाख की अनुग्रह राशि स्वीकृत कराई जाए और मृतक आश्रितों के परिवार को पेंशन व अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति जल्द से जल्द दिलाने के लिए जिलों को निर्देशित किया जाए.