लखनऊ: राजधानी में सिस्टम से परेशान होकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास में कार्यरत एक लेखाकार ने अपने हाथ और गले की नस काट ली. आनन-फानन में लेखाकार शशि भूषण शुक्ला को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एस के नंदा ने बताया कि शशि भूषण शुक्ला की हालत अब स्थिर है. परिजनों के मुताबिक, विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया है. हालांकि, परिजनों ने इस मामले में अभी तक पुलिस में कोई मुकदमा नहीं दर्ज कराया है.
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के लेखाकार शशि भूषण शुक्ला 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे, जिसके बाद उन्होंने 4 मई को पुनः अपनी जांच कराई. जांच रिपोर्ट में पुनः संक्रमित पाए गए. 11 मई को जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद ऑफिस पहुंचने पर वित्त विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला ने दफ्तर न आने पर वेतन रोकने और नौकरी से निकालने की धमकी दी, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया. हालांकि शाम होते-होते विभागीय अधिकारियों के दबाव में परिजनों के सुर बदल गए. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लेखाकार शशि भूषण शुक्ला के भाई आशुतोष शुक्ला ने इस पूरे मामले के लिए डिप्रेशन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इससे पूर्व दो भाइयों को संक्रमण हुआ था, जिसके कारण और डिप्रेशन में आ गए थे और जिस कारण यह कदम उठाया.