लखनऊ : ठाकुरगंज में कैंपवेल रोड स्थित काला पहाड़ झील के पुनरोद्धार का कार्य लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शुरू करा दिया है. विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी (Dr. Indramani Tripathi, Vice President of Development Authority) द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में झील को प्राकृतिक रूप से विकसित किया जाएगा. इसके तहत झील में पानी को साफ करने के लिए यंत्र भी लगाए जाएंगे.
एलडीए ने शुरू किया इस झील का सुंदरीकरण, जानिए कैसे सुधारेंगे सूरत - कैंपवेल रोड स्थित काला पहाड़ झील
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कैंपवेल रोड स्थित काला पहाड़ झील के सुंदरीकरण की योजना बनाई है. इसकी शुरुआत कर दी गई है. प्राधिकरण इसे प्राकृतिक रूप से विकसित करना चाहता है. इसके लिए झील की गहराई बढ़ाने के बाद पानी को साफ करने के उपकरण लगाने की योजना पर काम किया जा रहा है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सहायक अभियंता केपी गुप्ता (Lucknow Development Authority Assistant Engineer KP Gupta) ने बताया कि लगभग 11 एकड़ क्षेत्रफल में फैली इस झील के पुनरोद्धार के लिए 3.8 करोड़ रुपये की लागत से सफाई, विकास और सौंदर्यीकरण आदि के कार्य कराए जाएंगे. झील की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया गया है. इसके अंतर्गत श्रमिकों व मशीनों के माध्यम से जलकुम्भी एवं झाड़ियां को हटवाया जा रहा है. इसके बाद झील के पानी को निकाल कर इसकी गहराई बढ़ाई जाएगी और पानी को साफ करने के लिए जल शुद्धिकरण यंत्र लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि झील को प्राकृतिक रूप से विकसित करने के साथ ही यहां पर्यटकों के लिए पाथ-वे बनाया जाएगा. साथ ही आकर्षक हॉर्टिकल्चर वर्क से झील की खूबसूरती को निखारने का कार्य किया जाएगा.
प्रियदर्शिनी योजना में अभियान चलाकर अवैध कब्जे हटाए : लखनऊ विकास प्राधिकरण की अर्जित भूमि पर से अवैध कब्जों/अतिक्रमण को हटाने के क्रम में सोमवार को प्रियदर्शिनी योजना में अभियान चलाकर अवैध कब्जे हटाए गए. अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा (Additional Secretary Gyanendra Verma) ने बताया कि प्राधिकरण की प्रियदर्शिनी योजना (Priyadarshini Scheme), सेक्टर-सी स्थित सोपान इनक्लेव (Sopan Enclave) के पीछे कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके झुग्गी-झोपड़ी बनाकर निवास तथा व्यवसाय किया जा रहा था. साथ ही यहां प्राधिकरण द्वारा निर्मित अधूरे भवनों में कुछ लोग अवैध कब्जा करके रह रहे थे. जिसे अभियंत्रण जोन-4 के अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा के नेतृत्व में प्राधिकरण की टीम द्वारा स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन की टीम के सहयोग से खाली कराया गया.
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