लखनऊः राजधानी लखनऊ के एमआई बिल्डर मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद एलडीए ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. एलडीए ने बिल्डर का अवैध नक्शा पास किया था जबकि जमीन आवास विकास योजना की थी. लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की जब जांच की बात कही तो लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मामला आवास विकास बता कर अपने को पूरे मामले से किनारा कर लिया है. जबकि इस मामले में खुद एलडीए वीसी सुनवाई कर रहे हैं और कई बैठकें भी हो गयी हैं.
लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने की जांच की मांग
लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने कहा कि आवास विकास का क्षेत्र होने के बावजूद एलडीए ने अनाधिकृत तरीके से नक्शा पास कर दिया था. धन प्रकाश बुधराजा एवं उनकी पत्नी नीलू बुधराजा के स्वामित्व की भूमि (भूमि खसरा संख्या 783, 784, 791, 805, 801, 802, 803 तथा 799 कुल क्षेत्रफल 30727 SQM ग्राम - सरसवां, सुल्तानपुर रोड, थाना - गोसाईंगंज, लखनऊ) पर मेसर्स एमआई बिल्डर्स प्रा.लि. ने कूटरचित ढंग से लखनऊ विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की संलिप्तता के आधार पर नक्शा पास कराया था.