लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी फ्लैट बेचने में नाकाम साबित हो रहे हैं. फ्लैट महंगे होने की वजह से इनके खरीदार एलडीए को नहीं मिल पा रहे हैं. ऐसे में एलडीए ने अब इन फ्लैट को बेचने के लिए पहले आओ पहले पाओ योजना शुरू की है. यह योजना पहले से भी चल रही है, लेकिन गोमतीनगर सहित कुछ अन्य योजनाओं के फ्लैट इसमें शामिल नहीं थे. जिन्हें अब शामिल करके पहले आओ पहले पाओ के तहत बचे फ्लैटों की सूची जारी की गई है.
एलडीए के अधिकारी नहीं बेच पा रहे फ्लैट तो शुरू की पहले आओ पहले पाओ योजना - उत्तर प्रदेश समाचार
लखनऊ विकास प्राधिकरण के फ्लैट महंगे होने के कारण इसके खरीददार नहीं मिल पा रहे हैं. इसीलिए एलडीए ने पहले आओ पहले पाओ योजना शुरू की है. इसके तहत बचे हुए फ्लैटों की सूची जारी की गई है.
अधिकारियों ने जारी की लिस्ट
एलडीए सचिव पवन गंगवार और अपार्टमेंट सेल के प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि 12 जनवरी से गोमतीनगर योजना में निर्मित पारिजात, पंचशील, सीजी सिटी और कानपुर रोड योजना में निर्मित पूर्वा अपार्टमेंट में बचे हुए फ्लैट बेचने के लिए योजना शुरू की गई है. यह फ्लैट रेडी टू मूव हैं. अलग अलग योजना में फ्लैट की कीमत 15 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ तक है. एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश को पिछले साल प्राधिकरण के सभी अधिकारी और अभियंताओं को खाली पड़े प्लाट बेचने की जिम्मेदारी दी गई थी और टारगेट फिक्स किया गया था, लेकिन फ्लैट की कीमत अधिक होने की वजह से इन्हें खरीदार नहीं मिल रहे हैं. इसके बाद अब पहले आओ पहले पाओ की भी योजना शुरू की गई है.
यहां इतने फ्लैट
सीजी सिटी (सुलतानपुर रोड) में एलआईजी के 26 और ईडब्ल्यूएस के 12 फ्लैट रिक्त हैं. जबकि पूर्वा अपार्टमेंट कानपुर रोड में एक बीएचके के 20 फ्लैट और तीन बीएचके के 19 फ्लैट उपलब्ध हैं. पारिजात अपार्टमेंट में 3 बीएचके के 19 और 3 बीएचके प्लस स्टडी के 17 फ्लैट उपलब्ध हैं. यहां पर एक पेंट हाउस भी उपलब्ध है. इसी तरह पंचशील अपार्टमेंट विकल्प खंड में टू बीएचके प्लस स्टडी के आठ और टू बीएचके के छह फ्लैट उपलब्ध हैं.