लखनऊः एक ही अदालत में परिवार से जुड़े मामलों की सुनवाई और दंड देने के अधिकार को लेकर विधि आयोग ने उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. न्याय विभाग और विधायी विभाग को और अधिक प्रभावी बनाने के संबंध में न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय उच्च स्तरीय परामर्शी समिति का गठन किया गया था.
समिति ने विस्तार से समझी स्थिति
समिति की बैठक में पारिवारिक विवादों की संख्या में वृद्धि और पारिवारिक विवाद के सम्बन्ध में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गई. एक साथ कई मामले सिविल न्यायालय के साथ ही दंड न्यायालयों में भी संस्थित किये जाने के कारण वादी एवं प्रतिवादियों को एक साथ दोनों अदालतों में पैरवी में करने में होने वाली कठिनाइयों पर विर्मश किया गया था.