लखनऊ:मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की हालत नाजुक, मगर नियंत्रण में है. वे अभी भी ट्रेकोस्टॉमी के माध्यम से क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और मेदांता अस्पताल की क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की सतत निगरानी में हैं. यह जानकारी मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश कपूर ने दी.
मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे लालजी टंडन को मेदांता अस्पताल में 11 जून को भर्ती कराया गया था. इससे पहले27 जून को मेदांता अस्पताल की तरफ से बताया गया था कि लालजी टंडन की हालत में सुधार हो रहा है. मेदांता के डायरेक्टर ने बताया कि सभी अंग अब पूरी तरह से काम कर रहे हैं, लेकिन डायबिटीज की वजह से उन्हें सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हो रही है. इस कारण उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. डॉक्टरों की टीम लगातार उनको ऑब्जरवेशन में रखकर इलाज कर रही है.
मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश कपूर के मुताबिक जब लालजी टंडन भर्ती हुए थे, उस समय उनको तेज बुखार था. साथ ही जांचों में यह पाया गया कि उनके फेफड़े और लीवर में भी परेशानी थी, जिसके बाद लिवर बॉयोप्सी भी की गई. उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के बाद राज्यपाल को आंतरिक रक्तस्राव (इंटरनल ब्लीडिंग) भी हुआ था.
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लालजी टंडन को देखने के लिए 16 जून को लखनऊ आए हुए थे. यहां उन्होंने मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर से बातचीत की और उनकी स्थिति के बारे में जाना था. फिलहाल, डॉक्टर्स की टीम लगातार उनको ऑब्जरवेशन में रखकर इलाज कर रही है.