लखनऊ:राजधानी की चिनहट पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्जी दस्तखत कर लोगों को ठगने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए यह आरोपी कंप्यूटर सेंटर और राशन कार्ड फीडिंग का टेंडर दिलाने के नाम पर लोगों को अपना निशाना बनाते थे. इन आरोपियों के खिलाफ विकल्प खंड निवासी अजय सिंह यादव ने शुक्रवार को तहरीर दी थी. उन्होंने तहरीर में अपने साथ हुई 65 लाख की ठगी के बारे में बताया था. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. सोमवार को पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से फर्जी दस्तखत किया हुआ पत्र भी बरामद कर लिया है. जिसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है.
विकल्प खंड निवासी अजय सिंह यादव ने चिनहट थाने पर रविवार को एक शिकायती पत्र दिया था. इसमें उन्होंने बताया था कि साल 2018 में अब्दुल खालिक उर्फ प्रिंस नामक युवक से उसकी मुलाकात हुई थी. उसने सचिवालय में अधिकारियों से गहरे संबंध होने का दावा किया था. उसने इसके बाद कंप्यूटर सेंटर का टेंडर दिलाने की बात कही. टेंडर दिलाने के नाम पर प्रिंस ने सचिवालय के पिछड़ा वर्ग विभाग के सचिव के रूप में फसीहुज्जमा से मुलाकात कराई. फसीहुज्जमा ने 20 लाख रुपये देने के लिए कहा. इस पर अजय ने उनको 17 लाख रुपये दे दिए. पैसे देने के बहुत दिन बाद भी उन्हें काम नहीं मिला. इस पर पीड़ित ने पूछताछ की तो जालसाज टालमटोल करने लगे.
कुल 65 लाख रुपये ठगे