लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से 40 से अधिक लोग सोमवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. इन लोगों का आरोप है कि क्षेत्रीय थाना उन्हें परेशान कर रहा है. आरोप है कि 12 जून को थानेदार ने फोर्स भेजकर लोगों की पिटाई करवा दी और घर मे तोड़फोड़ की. आरोप है कि पुलिस ने 38 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया. इसके बाद से इन लोगों में डर बैठ गया. सपा कार्यालय में मौजूद इन सभी लोगों को फिलहाल गौतमपल्ली थाना पुलिस समझा बुझाकर थाने ले आई है.
सपा कार्यालय के बहार धरने पर बैठे लखीमपुर खीरी के दुलीचंद ने बताया कि बीते 12 जून से उनके समाज के लोग अपने गांवों और घरों में नहीं गए. 18 जून को सैकड़ों की संख्या में लोग लखनऊ पहुंचे थे, जिसके बाद गौतमपल्ली थाना पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. इस मामले मे सीओ गोला लखनऊ के लिए रवाना हो गए. द मूकनायक ने सीओ गोला से बातचीत की. इस दौरान सीओ गोला ने बताया कि 'मामले में एसओ मैलानी को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
जनिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, लखीमपुर खीरी के मैलानी थाना क्षेत्र स्थित कंधईपुर गांव के रहने वाले दुलीचंद का बेटा बृजेश पासी पेशे से ड्राइवर था. दुलीचंद ने बताया कि 9 मई 2023 को पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही राम सिंह, सुरेश सिंह और रेखा सहित अन्य ने मिलकर उसकी हत्या करके शव टांग दिया. जब इसकी उन्हें जानकारी हुई तो वह मौके पर गया और पुलिस को सूचना दी. उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में दो दिन तक कोई भी कार्रवाई नहीं की और जब उन लोगों ने थाने के सामने धरना दिया तो 12 मई को मुकदमा दर्ज कर लिया.