लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के क्वीन मेरी अस्पताल में गर्भवती महिला सिजेरियन ऑपरेशन के बाद कोरोना संक्रमित पाई गई है. इसके बाद से अस्पताल में हड़कंप मच गया. महिला के सीधे संपर्क में आए डॉक्टर और स्टाफ समेत लगभग 40 स्वास्थ्य कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है.
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि काकोरी से यह महिला क्वीन मेरी अस्पताल में 14 मई को भर्ती हुई थी. पहली स्क्रीनिंग में महिला में कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखाई पड़े थे. इसके बावजूद उनकी कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच भेजी गई थी.
महिला की स्थिति के बारे में डॉक्टर सिंह ने बताया कि महिला को 40 हफ्ते का गर्भ था. यह सामान्य से अधिक होता है और ऐसे गर्भ में इंट्रायूटरिन डेथ का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा महिला में कॉलेस्टैसिस की समस्या भी थी. ऐसी स्थिति में लिवर के एंजाइम बढ़ जाते हैं और ऐसे में इंट्रायूटरिन डेथ का खतरा और अधिक बढ़ जाता है. इस वजह से महिला की इमरजेंसी सिजेरियन डिलीवरी की गई. उन्होंने बताया कि संक्रमण के मद्देनजर क्वीन मेरी में ऑपरेशन के सभी स्टाफ और डॉक्टरों ने पूरी सुरक्षा का ध्यान रखा.
महिला को किया गया क्वारंटाइन
सर्जरी के बाद कोरोना वायरस संक्रमण की जांच आई तो महिला कोरोना वायरस से पॉजिटिव निकली. डॉ. सिंह ने बताया कि इस महिला को कोरोना वायरस के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं बच्चे को महिला के साथ आई एक रिश्तेदार की देखरेख में अलग रखा गया है. नवजात शिशु को संस्थान के मदर मिल्क बैंक से दूध दिया जा रहा है. इसके अलावा जो भी चिकित्सा और स्वास्थ्यकर्मी इस ऑपरेशन में शामिल थे, उन सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया है और उनकी कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच करवाई गई है. केजीएमयू के कर्मचारी परिषद के एक सदस्य की मानें तो क्वीन मेरी से एक साथ 36 कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है.