लखनऊ :राजधानी के सिविल अस्पताल में पीआईसीयू के लिए मंगाए गए वेंटिलेटर साल भर से डिब्बे में पैक है. मॉनिटर ऑक्सीजन कंप्रेसर समेत अन्य उपकरणों की आपूर्ति न हो पाने के चलते पीआईसीयू शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में गंभीर रूप से बीमार बच्चों को उपचार के लिए निजी सेंटर पर जाना पड़ रहा है. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उन्होंने कई बार ड्रग कॉरपोरेशन को पत्र भेजकर उपकरण की डिमांड की है.
2013 में पीआईसीयू के निर्माण की हुई थी घोषणा
- सिविल अस्पताल में वर्ष 2013 में पीआईसीयू के निर्माण की घोषणा हुई थी.
- करीब सालभर पहले अस्पताल में वेंटिलेटर भी आ गए, जो अभी तक डिब्बे मे पैक रखें हैं.
- इसके लिए दो करोड़ 36 लाख रुपये का बजट जारी किया गया था.
- इसमें 10 बेड, सेंट्रलाइज ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, मॉनिटर, ऑक्सीजन कंप्रेसर समेत कई आधुनिक सुविधाएं दी जाती थी.
- मगर अभी अस्पताल में बेड और वेंटिलेटर की ही सप्लाई हो रही है.
- अन्य उपकरण का मिलना नहीं शुरु हो सका है, ऐसे में यहां आने वाले अति गंभीर बच्चों को केजीएमयू या निजी संस्थान में जाना पड़ रहा है.