लखनऊ: राजधानी में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद लगातार अपराध पर लगाम लगाने और ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. शुरुआती दौर में यह दावे किए गए थे कि राजधानी लखनऊ को सीसीटीवी सर्विलेंस की मदद से अपराध मुक्त बनाने का काम किया जाएगा. इस ओर कुछ प्रयास भी किए गए, लेकिन वर्तमान में राजधानी लखनऊ में सीसीटीवी कैमरे आवश्यकता की अपेक्षा काफी कम संख्या में हैं. आज भी राजधानी लखनऊ का बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र सीसीटीवी सर्विलेंस से अछूता है.
लखनऊ शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे. शहर में सीसीटीवी कैमरे की मदद से 678 क्षेत्रों को कवर किया गया है, जिनमें से 651 वह क्षेत्र हैं जो लखनऊ कमिश्नरेट के थानों के अंतर्गत आते हैं. वहीं 27 वह पॉइंट हैं जो ट्रैफिक की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. आईटीएमएस, बैंक सुरक्षा कार्यक्रम व दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत 619 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं, जिनमें से 100 कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में लोगों व व्यापारियों के सहयोग से भी निम्न क्वालिटी के कैमरे इंस्टॉल किए गए, जिनकी संख्या लगभग 500 के आसपास हैं. इस लिहाज से राजधानी लखनऊ में लगभग 1100 सीसीटीवी इंस्टॉल हैं.विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(आईटीएमएस), बैंक सुरक्षा सिस्टम व दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. डीसीपी ट्रैफिक ख्याति गर्ग के अनुसार आईटीएमएस के PTZ( रोटेट कैमरा) 17 व फिक्सड 157 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं. बैंकों की सुरक्षा 83 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए गए. दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत 280 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं, जिसमें से 219 कैमरे वर्तमान में चालू हैं. दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत हाई क्वालिटी के वाहन की नंबर प्लेट को पढ़ने के लिए 40 कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें से 18 कैमरे वर्किंग हैं.शहर के 651 पॉइंट पर सीसीटीवी की निगरानीराजधानी लखनऊ में 651 पॉइंट पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी रहती है. ट्रैफिक व्यवस्था को मैनेज करने के लिए शहर में 27 स्थानों पर 25 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं, जिसमें से 15 कैमरों की मदद से रेड लाइट वायलेशन और 10 कैमरों की मदद से हाई स्पीड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. डीसीपी ट्रैफिक ख्याति गर्ग का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान करने व ट्रैफिक व्यवस्था को मैनेज करने में सहयोग मिलता है, आवश्यकता के अनुरूप अभी सीसीटीवी कैमरों की संख्या कम है. लेकिन सीटों की संख्या को बढ़ाने के लिए प्लान तैयार किया गया है. जल्द इस ओर कदम बढ़ाया जाएगा और शहर में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाकर बेहतर कानून व्यवस्था उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे.