उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बिना OTP के भी निकाले जा सकते हैं खाते से रुपये, इस तरह करें बचाव

अगर आप यह समझते हैं कि बिना ओटीपी (OTP) के आपके बैंक खाते से पैसे नहीं निकल सकते, तो आप गलतफहमी में हैं. साइबर अपराधी बिना ओटीपी के भी आपके खाते से पैसे निकाल सकते हैं. इसलिए संभल कर रहिए. जरा सी चूक आप पर भारी पड़ सकती है. साइबर अपराधियों से किस तरह से अपना बचाव करें, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

cyber crime fraud cases
साइबर क्राइम केस.

By

Published : May 29, 2021, 10:25 AM IST

Updated : May 29, 2021, 2:32 PM IST

लखनऊ: आज के समय में खुद को साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) से बचाना काफी चुनौतीपूर्ण है. साइबर अपराधी लगातार विभिन्‍न तरकीबों से आपके खातों पर नजर रखते हैं और मौका मिलते ही खाते या कार्ड से आपके रुपये निकाल लेते हैं. हालांकि इसमें आपकी भी थोड़ी चूक होती है. बिना आपके लापरवाही के साइबर अपराधी आपको ठग नहीं सकते. इसलिए आपको काफी संभलकर बैंक खाते (Bank Accounts) और कार्ड (Card) की सुरक्षा करनी चाहिए.

वीडियो रिपोर्ट...

आपके मोबाइल और सोशल मीडिया के कई अकाउंट में भी आपकी डिटेल रहती हैं, जो असुरक्षित है. इसके अलावा मेल आइडी से भी आपके बारे में सारी जानकारी प्राप्‍त की जा सकती है. आप यह भी जान लें कि बिना ओटीपी (OTP) के भी बैंक खाते, डेबिट कार्ड (Debit Card) और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से रुपये निकाले जा सकते हैं. इसलिए संभल जाएं.

लखनऊ में एक ही दिन तीन लोगों के खाते से उड़ाए 1.29 लाख रुपये
साइबर जालसाजों ने जानकी विहार कॉलोनी, जानकीपुरम निवासी डॉक्टर गिरिधर दास की पत्नी नीलम के खाते से 83 हजार 500 रुपये उड़ा दिए. इंस्पेक्टर ने बताया कि जालसाजों ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर कागजात मांगे. इसके बाद ओटीपी की डिटेल ली और खाते से रुपये उड़ा दिए. वहीं, हजरतगंज डालीबाग निवासी पत्रकार मनीष मिश्रा के एटीएम कार्ड की क्लोनि‍ंग कर बिना ओटीपी पूछे उनके खाते से 19 हजार रुपये निकाल लिए गए. उधर, रवींद्र पल्ली में रहने वाले सिद्धेश्वर को जालसाजों ने फ्लिपकार्ट का कर्मी बताकर ओटीपी की डिटेल ली और इसके बाद खाते से 26 हजार 298 रुपये उड़ा दिए.

साइबर का शिकार होने से कैसे बचें
निजी बैंक के अफसर अनुराग शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebbok), वाट्सएप (Whatsapp), इंस्टाग्राम (Instagram), ट्विटर (Twitter) के उपयोग, फ्रॉड कॉल, आईडी हैक एवं ऑनलाइन लेन-देन (Online Transaction) से संबंधित कई महत्‍वपूर्ण जानकारी दी. साइबर क्राइम (Cyber Crime) के शिकार होने से हम कैसे बचें, इस बारे में बताते हुए उन्‍होंने कहा कि गूगल अकाउंट (Google Account) बनाने के क्रम में हम सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि सेटिंग्स में अकाउंट रिकवर करने वाले विकल्प में टू स्टेप वेरिफिकेशन (Two Step Verification) के विकल्प को ही प्रथमिकता दी जाए. प्राइवेसी फैसिलिटी (Privacy Facility)और सिक्योरिटी (Security) पर भी ध्यान रखें.

'फेसबुक सेटिंग में प्रोफाइल लॉक कर रखें'
फेसबुक हैंकिंग (Facebook Hacking) के संबंध में उन्‍होंने बताया कि आप अपने फेसबुक सेटिंग्स में प्रोफाइल को लॉक करके रखें. पासवर्ड में मोबाइल नंबर का उपयोग न करें. अगर आपका फेसबुक अकाउंट हैक (Facebook Account Hack) होता है या कोई आपके अकाउंट का क्लोनिंग (Cloning) करता है तो सर्वप्रथम आप अपने फेसबुक अकाउंट से ही अपने उस क्लोनिंग अकाउंट पर रिपोर्ट करें. उसके बाद नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं. साइबर सेल (Cyber Cell) के सहयोग से अपराधियों तक पहुंचा जा सकता है. वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं.

इसे भी पढ़ें:नौकरी का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे शिकार, जानें बचने के तरीके

OTP व CVV नम्बर शेयर न करें : पूर्व डीएसपी
रिटायर्ड डीएसपी श्यामाकांत त्रिपाठी (Retired DSP Shyamakant Tripathi) ने कहा कि अपना ओटीपी और सीवीवी नंबर किसी भी व्यक्ति को शेयर न करें. SMS या मेल पर आई हुई किसी भी अनजान लिंक को मत खोलें. कुछ ऐसे भी एप्लीकेशंस हैं, जो प्लेस्टोर पर उपलब्ध नहीं हैं, फिर भी हम उसे अपने मोबाइल में डाउनलोड (Download) करते हैं. डाउनलोड करते वक्त हमें अलर्ट किया जाता है कि यह ऐप आपके लिए हानिकारक (Harmfull) है, फिर भी हम उस ऐप को डाउनलोड करते ही हैं. उस परिस्थिति में उपयोगकर्ता को स्वयं सोचना चाहिए. उनको उनकी इच्छानुसार सुविधायुक्त ऐप चाहिये, न कि किसी के सुझाव के अनुसार.

इसे भी पढ़ें:सावधान! साइबर अपराधी महिलाओं को बना रहे सॉफ्ट टारगेट

इन बातों का रखें ख्याल

  1. ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) में आप किसी भी प्रोडक्ट को चुनते हुए कैश ऑन डिलीवरी (Cash On Delivery) का विकल्प (Option) चुन सकते हैं.
  2. अगर आप ऑनलाइन खरीदारी के लिए कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो जरूरी है कि खरीदारी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपने अकाउंट को लॉगआउट कर दें.
  3. सबसे पहले वेबसाइट के बारे में पता करें कि वह भरोसेमंद है या नहीं. यह देखें कि वेबसाइट में संबंधित विक्रेता का फोन नंबर, ईमेल आदि दर्ज हो. रिटर्न पॉलिसी के बारे में भी पता कर लें. इसके बाद ही सामान खरीदें. ज्यादा छूट देने वाली वेबसाइट के लालच में बिल्कुल न पड़ें.
  4. डिजिटल पेमेंट (DIgital Payment) के लिए कभी भी साइबर कैफे या फ्री-वाईफाई(Free Wi-Fi) का प्रयोग न करें. कोई भी पेमेंट करने से पहले ये जरूर जांच लें कि आपका इंटरनेट कनेक्शन सुरक्षित हो.
  5. डिजिटल पेमेंट करने के पहले यह जरूर जांच लें कि आपके द्वारा भुगतान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेमेंट गेटवे की वेबसाइट आधिकारिक हो.
  6. पेमेंट करने से पहले संबंधित वेबसाइट के वेब एड्रेस (Web Address) को जरूर चेक करें. इसकी शुरुआत https से होनी चाहिए. यहां 's' वेबसाइट के सुरक्षित होने का प्रतीक होता है.
  7. अगर आप ऑफिस के कंप्यूटर से पेमेंट करते हैं तो काम खत्म होने के बाद सिस्टम को लॉग ऑफ जरूर करें. इसके अलावा यह कोशिश करें कि सिस्टम की हिस्ट्री भी डिलीट हो जाए.
  8. अपने खाते से मोबाइल नंबर को हमेशा जोड़े रहें. बैंक की तरफ से आने वाले सभी संदेशों को ध्यान से पढ़ें. मोबाइल नंबर या पता के बदलने पर संबंधित बैंक को जरूर सूचित करें.
  9. समय-समय पर अपने खाते का स्टेटमेंट जरूर चेक करें. इसके लिए एक निश्चित दिन का चुनाव करें. अपने ट्रांजेक्शन पर जरूर नजर रखें. किसी भी प्रकार की दुविधा होने पर संबंधित बैंक से जरूर संपर्क करें.
  10. ऑनलाइन बैंकिंग (Online Banking) का उपयोग करने के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं. इसके लिए कैपिटल और स्माल लेटर के साथ स्पेशल कैरेक्टर और अंकों का जरूर प्रयोग करें. पासवर्ड को कभी भी 8 अंकों से कम का न रखें. साथ ही इसे अपने मन में याद रखें. पासवर्ड को किसी डायरी या नोटपैड में लिखने से बचें.
  11. ट्रांजेक्शन करते समय विंडो के दाहिने साइड में ट्रांजेक्शन डिटेल सेव करने का ऑप्शन आता है, जिससे आपको कार्ड डिटेल भरने की जरूरत नहीं होती है. इसका प्रयोग न करें. ऐसा करने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
  12. अगर आपका मोबाइल नंबर कुछ समय के लिए अचानक बंद हो जाए या आउट गोइंग और इनकमिंग कॉल की सुविधा न ले पाएं तो सावधान हो जाएं क्योंकि इस दौरान अपराधी आपके मोबाइल फोन को हैक कर वारदात को अंजाम देते हैं.
  13. अगर आपके मोबाइल पर बिना आपके रिक्वेस्ट किए बैंकिंग ओटीपी आए तो तुरंत बैंक से संपर्क करें.
  14. कई बार आपके पास ई-मेल और एसएमएस के जरिए इनाम जीतने की सूचना आती है. इसमें आपको अपनी निजी जानकारी देने को कहा जाता है. इस प्रकार के किसी भी संदेश का जवाब न दें.
Last Updated : May 29, 2021, 2:32 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details