लखनऊ : प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के तहत देश में गरीब वर्ग के लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड की योजना वर्ष 23 सितंबर 2018 से शुरू हुई. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है. इस योजना का लाभ गरीब वर्ग के लोगों के लिए है. जिनकी सालाना इनकम 1.80 लाख रुपये से कम है. चिकित्सा सुविधा के लिए व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड बनवाना होगा.नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अनुसार 3.71 करोड़ आयुष्मान कार्ड के साथ उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने वाला राज्य बन गया है.
आयुष्मान कार्ड के तहत मिलेगा ये इलाज : आयुष्मान कार्ड के जरिये मलेरिया बुखार, एचआईवी, बच्चेदानी की सर्जरी, मोतिया बिंद, हर्निया, पाईल्स, ह्रदय रोग, कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस, घुटना व कुल्हा प्रत्यारोपण, निसंतान और टीबी जैसी बीमारी का इलाज ये सब इलाज मुफ्त में किए जाते हैं. अब आयुष्मान कार्ड योजना के तहत मरीज के पेट का सीटी स्कैन भी होगा. अस्पताल आने वाले ज्यादातर मरीजों के पास यह कार्ड होता है और जिन लोगों के पास नहीं होता है, उनका अस्पताल में ही कार्ड बनवाया जाता है.
यहां से बनेगा आयुष्मान कार्ड :कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई-आईटीएसएल केंद्र पर जाकर पात्रता जांच कराएं और आयुष्मान कार्ड बनवाएं. चिह्नित ग्राम रोजगार सहायक व वार्ड इंचार्ज के सहयोग से भी आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकते हैं. योजना से संबद्ध अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान मित्र के माध्यम से निशुल्क कार्ड बनवाए जा सकते हैं. इसके अलावा मोबाइल फोन के माध्यम से आयुष्मान कार्ड ऐप के जरिए कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं. कार्ड बनाने के लिए सबसे पहले एप में मोबाइल नंबर के माध्यम से लॉगइन करें. इसके बाद, आप ओटीपी, आइरिस और फिंगरप्रिंट और फेस-आधारित वेरीफिकेशन की मदद से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करें.