लखनऊ:प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना मिशन शक्ति के तहत शुक्रवार को कैसरबाग स्थित बटलर पार्क में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर किस्सागोई कार्यक्रम आयोजित हुआ. किस्सागोई के इस कार्यक्रम अभियान को शक्ति गाथा नाम दिया गया. कार्यक्रम में रानी के बचपन से लेकर उनकी और अंग्रेजों के मध्य हुए भीषण युद्ध के वृतांत को हिमांशु वाजपेयी और उनकी साथी प्रज्ञा शर्मा ने प्रस्तुत किया. उत्तर प्रदेश पुलिस, 112 यूपी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग से यह पूरा कार्यक्रम आयोजित किया गया.
रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आयोजित हुआ किस्सागोई कार्यक्रम - मिशन शक्ति
राजधानी लखनऊ में मिशन शक्ति के तहत झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर किस्सागोई कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम में रानी के बचपन से लेकर उनके और अंग्रेजों के मध्य हुए भीषण युद्ध के वृतांत को हिमांशु वाजपेयी और उनकी साथी प्रज्ञा शर्मा ने प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम में बताया गया कि कैसे 13 वर्ष की आयु में लक्ष्मीबाई घुड़सवार सहित युद्ध की विधाओं से पारित हो गईं थी. गंगाधर राव से विवाह के बाद रानी लक्ष्मीबाई झांसी पहुंचीं. पति की मृत्यु के उपरांत रानी एक सदमे से उबर नहीं पाईं. जनरल ह्यूरोज झांसी छीनने के लिए पहुंच गए. रानी ने अंग्रेजों को साफ-साफ बता दिया कि मैं अपनी झांसी किसी भी कीमत पर नहीं दूंगी.
मिशन शक्ति की महफिल
मिशन शक्ति के तहत रानी लक्ष्मी बाई पर आयोजित किस्सागोई कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम के तहत 112 यूपी के द्वारा महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं से परिचय कराया गया. वहीं बताया गया कि महिलाओं के लिए पूरे प्रदेश में 300 से अधिक महिला पीआरबी संचालित की जा रही है. घरेलू हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए पीड़ित महिलाओं का पंजीकरण किया जा रहा है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पीड़ित महिलाओं को तत्काल पूरी सहायता मिल सके. बुजुर्ग महिलाओं का सवेरा योजना के तहत पंजीकरण किया जा रहा है. मिशन शक्ति के तहत किस्सागोई का अगला कार्यक्रम 7 फरवरी को सिटी स्टेशन के पास आयोजित होगा.