लखनऊ: राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता पैनल को 31 जुलाई तक का समय दिया है. इस पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तरह से स्वागत करते हैं और इसका समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने हमेशा से ही यह रुख रखा है कि सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगा, उसका हम खैरमकदम करेंगे.
खालिद रशीद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का किया स्वागत, कहा- जल्द हो फैसला - लखनऊ समाचार
सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या विवाद को लेकर मध्यस्थता पैनल को 31 जुलाई तक का समय दिया गया है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य खालिद रशीद ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द मामले का हल निकाले जाने की बात भी कही.
मध्यस्थता कमेटी की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया को लेकर खालिद रशीद ने कहा कि हम लोगों को उम्मीद है कि मीडिएशन कमिटी की फाइनल रिपोर्ट पर इस अहम मसले का हल निकाला जा सकेगा. आगे खालिद रशीद ने कहा कि हर भारतीय चाहता है कि यह मसला जल्द से जल्द हल हो. वहीं मौलाना खालिद रशीद ने मध्यस्थता कमेटी को और अधिक समय देने की मांग करने की बात कही है. बता दें कि अगर मध्यस्थता से हल नहीं निकलता है तो दो अगस्त को सुप्रीम कोर्ट की खुली अदालत में रोजाना सुनवाई को लेकर निर्णय लिया जाएगा .