लखनऊ : राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या (dengue patients in lucknow) लगातार बढ़ रही है. डेंगू पर लगाम लगाने के लिए जहां एक ओर जिला प्रशासन व नगर निगम की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर डेंगू के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके इसके लिए भी जिम्मेदार प्रयासरत हैं. केजीएमयू के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डाॅ. एसएन शंखवार ने बताया कि शहर में बढ़ रहे डेंगू के मरीजों की संख्या को देखते हुए अलग वार्ड तैयार किया गया है. जहां पर डेंगू के मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए ओपीडी व वार्ड में डॉक्टरों की तैनाती की गई है.
केजीएमयू में डेंगू के मरीजों के लिए खास इंतजाम, अलग वार्ड व ओपीडी में डॉक्टरों की तैनाती - डेंगू के मरीजों की संख्या
राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या (dengue patients in lucknow) लगातार बढ़ रही है. डेंगू पर लगाम लगाने के लिए जहां एक ओर जिला प्रशासन व नगर निगम की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर डेंगू के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके इसके लिए भी जिम्मेदार प्रयासरत हैं.
डॉ.एसएन शंखवार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि शहर में बढ़ रहे डेंगू के मामलों को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. अगर छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो डेंगू जैसी समस्या से बचा जा सकता है. डेंगू मच्छर के काटने से फैलता है जो भी साफ पानी में पाया जाता है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर में गमले व खाली बर्तन में पानी न जमा होने दें व घर में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करें.
उन्होंने बताया कि अगर बुखार, शरीर में खुजली, उल्टी, कमजोरी की शिकायत होती है तो व्यक्ति को तत्काल डॉक्टर को दिखाकर डेंगू की जांच करानी चाहिए, वहीं लिक्विड डाइट का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए. अगर समय रहते चिकित्सक को दिखाया जाए व उपचार शुरू कर दिया जाए तो डेंगू से निजात पाया जा सकता है. कई बार डेंगू के गंभीर मरीजों को मुंह से ब्लड आने की शिकायत होती है, ऐसे में सावधानी बरतते हुए जल्द अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए.
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