लखनऊ : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के चिकित्सक को अगवा कर फिरौती मांगने के मामले में पुलिस बदमाशों के करीब पहुंच गई है. छानबीन में पता चला है कि चिकित्सक की फोन पर आरोपियों से बात हुई थी. आरोपियों ने झांसे में लेकर चिकित्सक को फंसाया था और फिर रुपये की मांग करने लगे थे. पीड़ित डॉक्टर के पास चार एटीएम कार्ड थे. बदमाश एटीएम का पिन पूछ रहे थे.
बदमाशों ने की थी डॉक्टर की पिटाई
चिकित्सक को एक एटीएम कार्ड का पिन याद नहीं आ रहा था. इसी बात पर बदमाशों ने चिकित्सक की जमकर पिटाई कर दी थी. इस पूरे प्रकरण को हनीट्रैप से भी जोड़कर देखा जा रहा है. घटना के पीछे कुछ महिलाओं की भूमिका भी सामने आई है, जिसके बारे में पुलिस छानबीन कर रही है.
एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक, मामले की छानबीन की जा रही है जल्द ही वारदात कर पर्दाफाश कर दिया जाएगा.
गौरतलब है कि बुधवार देर रात में गुडंबा निवासी डॉ अखिलेश चौबे ने विभूतिखंड थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. डॉक्टर का आरोप था कि कुछ लोगों ने लोहिया अस्पताल के पास से उन्हें अगवा कर लिया था और बंधक बनाकर 30 लाख रुपये फिरौती मांगी थी.
दरअसल, ये मामला है केजीएमयू के दंत विभाग का, जिसमें तैनात चिकित्सक डॉक्टर अखिलेश चौबे को मंगलवार रात कुछ बदमाशों ने अगवा कर लिया था. बदमाश उन्हें अलग-अलग स्थानों पर लेकर गए और 30 लाख रूपये फिरौती की मांग की थी. पीड़ित डॉक्टर का कहना है कि वह किसी तरह अपनी जान बचाकर बदमाशों के चंगुल से मुक्त हुए थे.
क्या है हनीट्रैप ?
हनीट्रैप दो शब्दों से मिलकर बना है. हनी और ट्रैप. हनी का मतलब 'शहद' और ट्रैप का मतलब 'जाल' होता है. सरल शब्दों मे कहें तो एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है. खूबसूरत महिलाएं हाई प्रोफाइल लोगों को इसका शिकार बनाती हैं और उनसे मोटी रकम वसूल लेती हैं.