लखनऊ : कोरोना वायरस के घातक वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' (delta plus variant) को लेकर यूपी में अलर्ट जारी हो गया है. खासकर, बाहर से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट होगा. वहीं पॉजिटिव पाए जाने पर उनका सैम्पल जीन सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा, ताकि वैरिएंट का पता लग सके. इसके लिए केजीएमयू-बीएचयू की लैब को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
दरअसल, महराष्ट्र, मध्यप्रदेश, केरल में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों से यूपी में भी खतरा बढ़ गया है. इसका संक्रमण रोकने के लिए जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट पर जोर दिया जाएगा. प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू और बीएचयू की लैब चयनित की गई हैं. इनमें सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के निर्देश सीएम ने दिये हैं. वहीं जीन सीक्वेंसिंग की जांच ट्रायल के तौर पर केजीएमयू में जनवरी में ही शुरू कर दी गई थी. इससे पहले सैंपल पुणे भेजे जाते थे.
एयरपोर्ट से लेकर बस स्टॉप तक टीम मुस्तैद
प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों का पहले एंटीजेन टेस्ट (antigen test) होगा. पॉजिटिव मिलने पर आरटीपीसीआर(RT-PCR) होगा. इसके साथ ही सैंपल से जीन सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया जाएगा. रेलवे, बस , एयरोर्ट से प्रदेश में आ रहे लोगों के सैम्पल लेकर जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट किया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश के जिलों से भी कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' के सैंपल लिए जाएंगे. रिपोर्ट के बाद डेल्टा प्लस प्रभावी क्षेत्रों की मैपिंग कराई जाएगी.