लखनऊ:जिला कारागार लखनऊ से हरीश गुल्ला को केजीएमयू के कार्डियोलॉजी विभाग में जांच के लिए भेजा गया था, जिसके बाद पिछले 3 दिनों से वह मेडिसिन विभाग के प्राइवेट रूम में भर्ती हैं. पिछले 3 दिनों से एक कैदी को बकायदा प्राइवेट रूम में भर्ती किया गया है और सारी सुविधाएं दी जा रही हैं.
- मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद कैदी हरीश गुल्ला को केजीएमयू में भर्ती किया गया है.
- हरीश गुल्ला को हृदय संबंधी बीमारी के हवाले से केजीएमयू लाया गया था.
- जहां पर उसकी जांच के बाद उसे कार्डियोलॉजी विभाग से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, लेकिन पिछले 3 दिनों से हरीश केजीएमयू के मेडिसिन विभाग में भर्ती है.
- साथ ही कैदी हरीश गुल्ला को एक प्राइवेट वार्ड भी दिया गया है.
- प्रशासन के हवाले से सुनें तो किसी भी कैदी को जेल से अस्पताल लाने से पहले एक कमेटी गठित की जाती है.
- इसमें इस बात पर विचार किया जाता है कि वह कैदी अस्पताल में भर्ती करने योग्य है या नहीं, जिसके बाद ही उसे केजीएमयू लाया जाता है.
- विक्रम कोठारी और गायत्री प्रजापति मामलों में भी केजीएमयू की प्रशासन की ओर से कमेटी गठित की गई थी.
- हरीश गुल्ला मामले में ऐसी किसी कमेटी के बारे में अब तक कोई सूचना नहीं मिली है.