लखनऊ : केजीएमयू में एक तरफ जहां 43 विभागों के 230 पदों पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसमें मेधावियों को दरकिनार कर अफसर के नेपाल से पास आउट बेटे की नियुक्ति का खेल उजागर हुआ. वहीं गलत अनुभव प्रमाण पत्र को मान्य कर चहेतों का साक्षात्कार तक दिला दिया गया. इनकी नियुक्ति पर कार्यपरिषद की बैठक में मुहर लगना शेष है. उधर, अंदरखाने जूनियर डॉक्टर की भर्ती में भी घपले की बिसात बिछा दी गई. भर्ती का विज्ञापन जारी होते ही संस्थान के आरक्षित वर्ग के शिक्षकों ने गड़बड़ी का आरोप लगाकर संस्थान प्रशासन से विरोध जताया. ऐसे में इंटरव्यू प्रक्रिया पर ब्रेक लग गई है.
24 फरवरी को निकला था विज्ञापन
केजीएमयू के दंत संकाय में 9 विभाग हैं. इनमें पांच विभागों में रेजीडेंट भर्ती के लिए 24 फरवरी को विज्ञापन निकला. मगर, किसी भी विभाग में आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया गया. विज्ञापन में रिजर्व कोटे की सीट ही नहीं दी गईं. ऐसे ही मेडिकल संकाय के विभिन्न विभागों में 2 मार्च को विज्ञापन जारी किया गया. इसमें भी आरक्षण रोस्टर को दरकिनार कर दिया गया. लिहाजा, बवाल बढ़ने पर दंत संकाय का तीन मार्च को प्रस्तावित साक्षात्कार नोटिस निकालकर रोक लगा दी. वहीं मेडिकल संकाय में भी प्रस्तावित चार मार्च के साक्षात्कार पर ब्रेक लग गया.