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कोरोना टेस्टिंग किट खरीद में घपला, KGMU और UPMSCL की दरों में 5 गुना का अंतर

केजीएमयू में कोरोना टेस्टिंग किट खरीद प्रकिया पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. सबसे पहले अप्रैल में गड़बड़ी की शिकायत हुई, मगर यह फाइलों में डंप हो गई. वहीं अब आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है. इसमें केजीएमयू पर कई गुना अधिक कीमत पर किट खरीदने के आरोप हैं.

कोरोना टेस्टिंग किट खरीद में घपला
कोरोना टेस्टिंग किट खरीद में घपला

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Published : Jun 1, 2021, 12:19 AM IST

Updated : Jun 1, 2021, 12:25 AM IST

लखनऊ:कोरोना काल में जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन की कालाबाजारी के खूब मामले सामने आए हैं. वहीं अब राजधानी स्थित केजीएमयू (kgmu) में कोरोना टेस्टिंग किट (corona testing kit) की खरीद प्रकिया पर सवाल उठ रहे हैं. एक्टिविस्टनूतन ठाकुर ने केजीएमयू में कोरोना टेस्टिंग किट खरीद में बड़ी अनियमितता की शिकायत की है. उनका आरोप है कि संस्थान कोरोना टेस्टिंग की वीटीएम किट 35.40 रुपये की दर से खरीद रहा है, जबकि उसी किट को यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन लिमेटड सिर्फ 7.25 रुपये में खरीद रहा है. नूतन ठाकुर ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है.

'केजीएमयू अच्छी क्वॉलिटी पर करता है फोकस'

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (king george medical university) जिस एवेंटर परफॉर्मेंस मैटीरियल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (aventer Performance Material India Private Limited) से टेस्टिंग की वीटीएम किट 35.40 रुपए में खरीद रहा है, वही कंपनी बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन को 19.40 रुपये में किट सप्लाई कर रही है. उनके इन आरोपों पर केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया से किट की खरीद हो रही है, जिसने सबसे कम दाम कोट किए, उसी से किट ली जा रही है. हर किट की अपनी खूबी होती है, केजीएमयू अच्छी क्वॉलिटी पर फोकस करता है.


पिछले साल की ही दर पर खरीद रहा किट
दरअसल, शुरुआत में किट महंगी थीं. हर राज्य में टेस्ट के रेट तक में भारी अंतर था, ऐसे में मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. वहीं अब तमाम कंपनियां किट बना रहीं हैं. जिसके कारण दर भी कम हो गई है. मगर, केजीएमयू गत वर्ष की दर पर ही किट खरीद रहा है. ऐसे में पुरानी दर पर ही किट खरीद पर भी सवाल उठना लाजिमी है.

अलग-अलग कंपनियों से 103 करोड़ की खरीद
केजीएमयू में वीटीएम का ठेका एवेंटर परफॉर्मेंस मैटीरियल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिया है. वहीं आरटीपीसीआर और आरएनए एक्सट्रेक्शन किट की सप्लाई का ठेका मेसर्स इवोल्यूशन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स जीनियस बायो सिस्टम पुणे को दिया गया है. अभी तक केजीएमयू ने इन सारी किट खरीद के लिए 103.98 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.

कौन-कितने में खरीद रहा किट

वीटीएम किट

  • केजीएमयू ने एवेंटर परफॉर्मेंस मैटीरियल इंडिया लिमिटेड से 35.40 रुपये की दर से 30 हजार वीटीएम किट खरीदी.
  • बिहार मेडिकल सर्विस एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन ने एवेंटर परफॉर्मेंस मैटीरियल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से 19.40 रुपये की दर से किट खरीदी.
  • यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन ने मेसर्स रितिका पाण्डेय की फर्म 7.25 रुपये की दर से 21 लाख किट एक करोड़ 52 लाख 25 हजार रुपये में खरीदी.
  • झारखण्ड हेल्थ मेडिकल एजुकेशन एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट ने बायो सेंस टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड से 22.40 रुपये की दर से किट खरीदी.
  • गुजरात मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन ने मेरील डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड से 13.44 रुपये की दर से किट खरीदी.

आरएनए किट

  • केजीएमयू में आरएनए एक्सट्रेक्शन किट मेसर्स जीनियस बायो सिस्टम पुणे से 65.03 रुपये की दर से खरीदी.
  • गुजरात मेडिकल सप्लाई काॅर्पोरेशन ने हिमीडिया लैबोरेटरी प्राइवेट लिमिटेड से यह किट 13.95 रुपये की दर से खरीदी.
  • उड़ीसा स्टेट मेडिकल कॉर्पोरेशन ने एक्सवा सीकम बायोटेक से इसे 14 रुपये की दर से खरीदी.


    आरटीपीसीआर किट
  • केजीएमयू ने मेसर्स इवोल्यूशन प्रा. लिमिटेड से आरटीपीसीआर किट 50.40 रुपये की दर से खरीदी.
  • गुजरात मेडिकल कॉर्पोरेशन ने जीसीसी बायोटेक इंडिया से यह किट 23 रुपये की दर से खरीदी.
  • झारखण्ड रूरल हेल्थ मिशन सोसायटी ने जीसीसी बायोटेक इंडिया से 28 रुपये की दर से यह किट खरीदी.
  • असम नेशनल हेल्थ मिशन ने जेनस 2 एमई प्राइवेट लिमिटेड से यह किट 30.88 रुपये की दर से खरीदी.
Last Updated : Jun 1, 2021, 12:25 AM IST

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