लखनऊ : करवा चौथ व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए एक बड़ा त्योहार होता है जिसे वह बड़े ही हर्षो-उल्लास के साथ मनाती हैं. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए दिन भर कठिन निर्जला व्रत रखती हैं. उनका यह मुश्किल व्रत रात के उस वक्त तक चलता है जब तक कि वह चांद देख कर उसकी पूजा न कर लें. फिर अपने पति के हांथ से पानी पी कर महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं. लेकिन हमने हमेशा देखा है कि इस दिन कुछ कुंवारी लड़कियां भी व्रत रखती हैं. चलिए जानते हैं उसके पीछे का कारण और फायदे.
क्यों रखती हैं कुंवारी लड़कियां करवा चौथ व्रत
शास्त्रों के अनुसार अगर किसी लड़की का विवाह तय हो गया है तो वह करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं. साथ ही जिनका विवाह तय नहीं हुआ है वह भी अच्छा पति पाने के लिए यह व्रत कर सकती हैं बस उनके लिए व्रत के नियम थोड़े बदल जाते हैं.
निर्जला व्रत रखना जरूरी नहीं
कुंवारी लड़कियों को निर्जला व्रत करने की जरूरत नही है, क्योंकि न तो उन्हें सुबह सरगी मिल सकती है और ना ही कोई उन्हे पानी पिलाकर उनका व्रत तुड़वा सकता है. इसलिए उन्हें शादी से पहले निर्जला व्रत नहीं करना चाहिए.
तारे को देख कर व्रत तोड़ सकती हैं