लखनऊःउत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. प्रदेश भर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां की आबोहवा सबसे ज्यादा दूषित पाई गई है. मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में कानपुर और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा प्रदूषण पाया गया है. वहीं बीते चार दिसंबर को भी प्रदूषण के मामले में पहले नंबर पर कानपुर और दूसरे नंबर पर लखनऊ पाया गया था. राजधानी की बात की जाए तो सुबह शाम कोहरे का सिलसिला लगातार जारी है.
प्रदूषण मामले में पहले नंबर पर कानपुर, दूसरे पर गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. मंगलवार को एक्यूआई लिस्ट में कानपुर प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर रहा. वहीं गाजियाबाद दूसरे नंबर पर रहा. वहीं प्रदेश की राजधानी में भी वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है.
कानपुर का एक्यूआइ 426 माइक्रोग्राम घन मीटर
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को कानपुर में सबसे ज्यादा प्रदूषण हो रहा. वहीं दूसरे नंबर पर गाजियाबाद सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा. कानपुर का एक्यूआइ 426 माइक्रोग्राम घन मीटर रिकॉर्ड किया गया. वहीं गाजियाबाद में 424, बुलंदशहर में 413, ग्रेटर नोएडा में 405 और नोएडा का एक्यूआई 417 दर्ज किया गया. इसके अलावा आगरा में एक्यूआइ 438, मेरठ में 364 और मुजफ्फरनगर में 360 दर्ज किया गया.
इस कारण बढ़ता है प्रदूषण
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्द मौसम में हवा में नमी बढ़ जाती है. यह हवा आसमान में एक परत बना लेती है, जिसे धरती से उड़ने वाली धूल, धुआं और गैस इस हवा के आवरण को पार नहीं कर पाती है. जिसके कारण दूषित वायु निचले स्तर पर ही बनी रहती है. यही कारण है कि सर्द मौसम में प्रदूषण बढ़ जाता है. हालांकि दिन में तेज धूप खिलने पर वातावरण साफ हो जाता है. सुबह, शाम और रात को ठंडक बढ़ने पर हवा ठंडी हो जाती है. ठंडी हवा जमीन से होने वाले प्रदूषण का आसमान में निकलने से रोक देती है.