लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार गला रेतकर हत्या कर दी गई. कमलेश तिवारी की इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई, उनके सीने पर तीन गहरे निशान भी पाए गए.
दरअसल शुक्रवार नाका कोतवाली क्षेत्र के खुर्शीद बाग स्थित कमलेश तिवारी के कार्यालय पर दो लोग उनसे मिलने आए. दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल और चाकू लेकर आए थे. यहां आरोपियों ने कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी. सूत्रों के अनुसार यह हत्या सोची समझी साजिश बताई जा रही है.
पड़ोसी ने बताया मिठाई के डिब्बे में हथियार लाए थे आरोपी. इसे भी पढ़ें- कमलेश तिवारी हत्याकांड: सड़कों पर उतरे समर्थक, कहा- हत्यारों की 24 घंटे में हो गिरफ्तारी
फोन करने के बाद घर आए थे हत्यारे
कमलेश तिवारी के पड़ोसी और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुशील बाजपेयी ने ईटीवी भारत को बताया कि शुक्रवार सुबह दो लोगों का उनके पास फोन आया और बोला कि हमें आपकी पार्टी जॉइन करना चाहते हैं.
चाय पीने के बाद दिया घटना को अंजाम
उन्होंने बताया कि दोनों हत्यारों ने पहले कमलेश तिवारी के साथ बैठकर चाय पी, फिर कमलेश तिवारी ने उन लोगों के लिए पान मसाला मंगवाया. थोड़ी देर बाद उनका नौकर आया तो देखा कि कमलेश तिवारी अपनी जगह गिरे पड़े हैं. उनके गले को बुरी तरह रेता गया है और गोली भी लगी है.
मिठाई के डिब्बे में लाए थे हथियार
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ने बताया कि हत्यारे मिठाई के डिब्बे में हथियार लेकर आए थे. उन्होंने बताया कि वैसे उनको सुरक्षा मिली थी, लेकिन शुक्रवार को उनका सुरक्षाकर्मी आया नहीं था.
बुजुर्ग है सुरक्षाकर्मी
हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुशील बाजपेयी ने बताया कि उनकी सुरक्षा में लगा सुरक्षाकर्मी 58 साल का बुजुर्ग है. जो घटना के समय वहीं मौजूद था, लेकिन उसने डिब्बे की तलाशी नहीं ली.
पुलिस प्रशासन पर लगाया आरोप
पुलिस प्रशासन पर लापरवाही पर आरोप लगाते हुए सुशील बाजपेयी ने कि वह लगातार इस बात को उठा रहे थे कि और सुरक्षा कड़ी की जाए, लेकिन पुलिस प्रशासन ने लापरवाही बरती.
मुआवजे की मांग
पीड़ित परिवार के लिए हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सुशील बाजपेयी ने सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनकी पार्टी के लोग विधानसभा का घेराव कर आत्मदाह करेंगे.