लखनऊ : अकबरपुर लखनऊ कानपुर मार्ग पर संचालित बस यूपी 45 टी 6057 में अहमदपुर टोल प्लाजा के पास एक दिन पहले आग लग गई थी. राहत की बात यह रही कि आग लगने की घटना में कोई यात्री हताहत नहीं हुआ, लेकिन उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) एसएल शर्मा ने अयोध्या क्षेत्र के अकबरपुर डिपो के जूनियर फोरमैन देवेंद्र प्रताप सिंह को इसके लिए दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया.
जूनियर फोरमैन को माना जिम्मेदार : परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक प्राविधिक एसएल शर्मा ने बताया कि 'निगम राजस्व का नुकसान होने, जनता के सामने परिवहन निगम की छवि धूमिल होने, अपने कर्तव्य और दायित्व में लापरवाही और कार्य के प्रति उदासीनता बरतने, विभागीय आदेशों निर्देशों के विपरीत कार्य करने, मनमाने ढंग से काम करने और उत्तर प्रदेश निगम कर्मचारी सेवा नियमावली 1981 के विनियम 61 और विनियम 62 के उप नियम 5 और 9 में वर्णित अवचारों को करने के लिए अकबरपुर डिपो के जूनियर फोरमैन देवेंद्र प्रताप सिंह को जिम्मेदार माना गया है और तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि 'निलंबन की अवधि में जूनियर फोरमैन को वित्तीय संग्रह खंड 2 से 4 के मूल नियम 53 के प्रावधानों के मुताबिक, जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि आधे वेतन पर देय अवकाश वेतन राशि के बराबर दी जाएगी. उन्हें ऐसे कर्मचारियों को जीवन निर्वाह भत्ते के साथ कोई महंगाई भत्ता देय नहीं होगा.'
बता दें कि 12 दिसंबर को अहमदपुर टोल प्लाजा के पास परिवहन निगम की बस में आग लग गई थी. आग का गोला बनी इस बस से परिवहन निगम को लाखों का नुकसान हो गया था, साथ ही जनता की नजर में परिवहन निगम की छवि धूमिल हुई. यात्री इस घटना के बाद बसों में यात्रा करने से भी कतराने लगेंगे, जिससे परिवहन निगम का घाटा और भी बढ़ सकता है.