लखनऊ:हाल ही में प्रदेश में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन की वजह से पंचायत चुनाव प्रभारी बदल दिए गए हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक को पंचायत चुनाव प्रभारी के दायित्व से हटा दिया है. विजय बहादुर पाठक के स्थान पर पार्टी के प्रदेश महासचिव जेपीएस राठौर को पंचायत प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है. जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जेपीएस के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा.
बता दें कि हाल ही में प्रदेश में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था. बीजेपी ने पंचायत चुनावों के लिए अभूतपूर्व तैयारी भी की थी, लेकिन नतीजे चौंकाने वाले आए. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी सीधे तीसरे नंबर पर चली गई. पंचायत चुनाव में हार की समीक्षा हुई, कई बैठकें भी की गईं. दिल्ली से यूपी तक बैठकों का दौर चलता रहा. हालांकि अब पार्टी की निगाहें इन चुनाव में मिली हार को भुलाने पर है और आगे की रणनीति तय करने पर है.
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी का सारा फोकस इसी महीने होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव पर हैं. बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत 75 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्ष और 826 ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में झोंक दी है. विधायक से लेकर मंत्री और सांसदों को जिला पंचायत की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का काम दिया गया है.
बीएल संतोष ने कसे पेंच
पंचायत चुनाव के नतीजों से बीजेपी को जैसी उम्मीद थी, वैसा हुआ नहीं. बीजेपी निर्दलीयों से भी पिछड़ गई. विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की पंचायत चुनाव में यह हालत होगी, शायद संगठन ने भी ऐसा नहीं सोचा था. इसलिए इन नतीजों के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष को लखनऊ आना पड़ा. बीएल संतोष ने लखनऊ में संगठन के पदाधिकारियों से लेकर सरकार के मंत्रियों तक से इन चुनाव में मिली हार की वजह पूछी. उन्होंने पूरा रिपोर्ट कार्ड तैयार किया और संगठन से लेकर सरकार के मंत्रियों तक के पेंच कसे. सभी नेताओं को जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का काम भी दिया. बीएल संतोष ने साफ शब्दों में कहा कि अब जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में कोई कोर कसर नहीं रहनी चाहिए.