लखनऊः भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने लखनऊ दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को बूथ अध्यक्षों को संबोधित किया. इस दौरान पार्टी की रीति नीति को समझाने की कोशिश की. उन्होंने देश भर की राजनीतिक पार्टियों को परिवारवाद से ग्रसित बताया. नड्डा ने भाजपा में बूथ के कार्यकर्ता को प्रधानमंत्री बनने तक के सफर को तय करने के सपने को भी दिखाया. उन्होंने अपने पूरे भाषण को बूथ पर केंद्रित करके रखा और यह बताने की कोशिश की कि भारतीय जनता पार्टी एकमात्र राजनीतिक दल है, जहां बूथ का अध्यक्ष राष्ट्र का अध्यक्ष हो सकता है. दूसरे दलों में केवल बेटे बेटियों को ही आगे बढ़ाया जाता है.
भाजपा में काम करना सौभाग्य की बात
नड्डा ने भाषण शुरू करते ही राजनीतिक दलों के परिवारवाद को घेरना शुरू किया. उन्होंने कहा कि हम लोग राजनीतिक कार्यकर्ता हैं और कुछ कर गुजरने की कोशिश करते हैं. इसके लिए कोई माध्यम भी ढूंढते हैं. हमारे माध्यम होते हैं राजनीतिक दल. देश में लगभग 1500 राजनीतिक दल हैं. उनमें से कुछ राष्ट्रीय स्तर पर चिन्हित पार्टियां हैं. कुछ क्षेत्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखते हैं. हम सब लोग राजनीति में काम कर रहे हैं, लेकिन मैं हमेशा सबको कहता हूं कि जिन्हें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम करने का मौका मिला. उसे राजनीति दृष्टि से अपने आप को बहुत ही भाग्यशाली मानना चाहिए.
साधारण परिवार से आने वाला व्यक्ति यहां प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री बनताहै
नड्डा ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं को खुश करने के लिए नहीं कह रहे हैं. जम्मू कश्मीर से केरला तक, पश्चिम से लेकर पूरब तक, नजर दौड़ा कर देखिए. सभी पार्टियां परिवारवाद के घेरे में हैं. कोई भी पार्टी नहीं बची है. उन्होंने कहा कि पिता अपनी विरासत अपने बेटे को ही देकर जाएगा. बाकी कार्यकर्ता केवल झंडा लेकर दौड़ने के लिए हैं. भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र राजनीतिक दल है, जहां एक साधारण परिवार से आने वाला व्यक्ति प्रधानमंत्री बनता है. देश को आगे ले जाता है. एक साधारण परिवार का व्यक्ति ही रक्षा मंत्री बनते हैं, गृह मंत्री बनते हैं. साधारण परिवार से आने वाला व्यक्ति योगी की तरह मुख्यमंत्री बनता है.
कॉलेज के संस्मरण सुनाकर कार्यकर्ताओं में भरा जोश