लखनऊःराज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय लोक दल (Rashtriya Lok Dal) के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने सपा नेता आजम खान ( Azam Khan) की विधायकी रद्द करने के मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने भाजपा विधायक के मामले का हवाला देते हुए कहा कि एक ही तरह के मामले में वह दो तरह से व्याख्या क्यों कर रहे हैं. अपने पत्र में राज्यसभा सांसद ने विधानसभा अध्यक्ष पर आजम खान के मामले में की गई कार्रवाई पर सवाल उठाया है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि सत्ताधारी दल और विपक्षी विधायकों के लिए कानून की व्याख्या अलग-अलग तरीके से क्या की जा सकती है?
पत्र में जयंत चौधरी ने लिखा है कि स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट (Special MP MLA Court) में हेट स्पीच मामले में आपके कार्यालय द्वारा तुरंत फैसला लेते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान की सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई है. जनप्रतिनिधित्व कानून लागू करने की आपकी सक्रियता की यद्यपि प्रशंसा की जानी चाहिए. किंतु जब पूर्ण घटित हुए ऐसे ही मामले में आप निष्क्रिय नजर आते हैं. तो आप जैसे त्वरित न्याय करने वाले की मंशा पर सवाल खड़ा होता है. उन्होंने कहा कि क्या कानून की व्याख्या व्यक्ति और व्यक्ति के मामले में अलग-अलग रूप से की जा सकती है.