लखनऊः राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा जयंत चौधरी ने भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखा है. पत्र में जयंत चौधरी ने अनुरोध किया है कि चौधरी चरण सिंह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मार्केटिंग जयपुर का विलय हैदराबाद स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन मैनेजमेंट में करने पर भी चौधरी चरण सिंह का नाम न हटाया जाए.
पत्र में जयंत चौधरी ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को लिखा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि भारत सरकार चौधरी चरण सिंह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मार्केटिंग जयपुर (राजस्थान) का विलय हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चर एक्सटेंशन मैनेजमेंट में करने जा रही है. नए संस्थान से चौधरी चरण सिंह जी का नाम हटाया जा रहा है. यह किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. उन्होंने लिखा कि महोदय चौधरी चरण सिंह न केवल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे, बल्कि स्वतंत्र भारत की राजनीति के शिखर पुरुष पुरुषों में रहे. देश में किसान चेतना के अग्रदूत रहे, साथ ही भारत के प्रधानमंत्री भी रहे. वह सत्ता में रहे या विपक्ष में सदैव राष्ट्र की उन्नति को समर्पित रहे. संस्थान में ऐसी महान विभूति के नाम को इस तरह हटाना न केवल औचित्यहीन है बल्कि एक राष्ट्रीय विभूति का अपमान भी है.