लखनऊ: राजधानी लखनऊ में नगर निगम के तमाम अभियानों के बाद भी सड़के अतिक्रमण मुक्त नहीं हो गई हैं. सड़कों पर हुए अतिक्रमण के कारण शहर में ट्रैफिक की समस्या कम नहीं हो रही है. दिन भर लगने वाले घंटो जाम में एंबुलेंस फंसी रहती है. पुराने लखनऊ के अमीनाबाद, मौलवीगंज, कैसरबाग, रकाबगंज, नादान महल, नेहरू क्राॅस और नक्खास की सड़कों तक अतिक्रमण है. सड़कों पर अतिक्रमण व वाहनों की पार्किंग से आए दिन घंटो जाम लगता है. जिस कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सड़कों से नहीं हटा अतिक्रमण, लोगों को जाम से राहत नहीं - सड़कों पर अतिक्रमण के कारण लग रहा घंटों जाम
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी ट्रैफिक की समस्या कम नहीं हो रही है. रोजाना भयंकर लग रहे जाम में एंबुलेंस फंस जाती है. वहीं राहगीरों को भी घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. शहर के पुराने इलाके में सुबह से देर रात तक जाम लगा रहता है. मुख्य बाजारों और चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कि गैर मौजूदगी से चंद मिनटों का सफर लोगों को घंटों में तय करना पड़ता है. राहगीर राकेश ने बताया कि नेहरू क्राॅस चौराहा से लेकर रकाबगंज चौराहा की दूरी 200 मीटर है, लेकिन ट्रैफिक जाम के कारण इस दूरी को तय करने में 30 मिनट का समय लगता है. वहीं राहगीर भावना उपाध्याय अतिक्रमण से लगे जाम पर नाराजगी जाहिर की है. बैट्री रिक्शा से अपने दो बच्चों के साथ घर वापस जा रही रीना ने कहा कि आधे घंटे से ज्यादा जाम में फंसे है. कैसरबाग चौराहे पर जाम में फंसे महेश्वरी प्रसाद का कहना है कि यहां पर अधिकतर जाम की स्थिति बनी रहती है.