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MBA में आईटी और एनालिटिक्स की बढ़ी मांग, जानें कैसा रहेगा कैरियर

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Published : Feb 26, 2021, 3:41 PM IST

कोरोना संक्रमण ने एमबीए की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए नए आयाम खोल दिए हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले समय में आईटी और एनालिटिक्स की मांग काफी बढ़ने जा रही है. वन टू वन मार्केटिंग अब डिजिटल फॉर्मेट में शुरू हो गई है. एचआर, फाइनेंस के डिपार्टमेंट वही हैं, लेकिन अब यह आईटी से लैस होंगे. इन बदलावों के लिए युवाओं को खुद को तैयार रखने की जरूरत है.

jaipuria institute of management director kavita pathak
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की निदेशक डॉ कविता पाठक.

लखनऊ : एमबीए जैसे प्रबंधन पाठ्यक्रम की पढ़ाई करके उद्योग जगत में करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए कोरोना ने नए आयाम खोल दिए हैं. बदले माहौल में अब सिर्फ सामान्य एमबीए से काम नहीं चलेगा. अगर युवा इस क्षेत्र में अलग पहचान बनाना चाहते हैं तो खुद को इन बदलावों से अपडेट करना होगा. ईटीवी भारत ने जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की निदेशक डॉ. कविता पाठक से प्रबंधन के क्षेत्र में हो रहे बदलावों पर बात की.

जानकारी देतीं जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की निदेशक.

आईटी और एनालिटिक्स की बढ़ी मांग
डॉ. कविता पाठक ने बताया कि मूल प्रबंधन में कोई परिवर्तन नहीं होने जा रहा है. अकाउंट, एचआर, सेल्स एंड मार्केटिंग जैसे सेक्शंस की जरूरत तो हमेशा रहेगी, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद यह सब आईटी से लैस होने वाला है. आईटी और एनालिटिक्स के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे.

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कैट 2021 के आवेदन अगस्त तक
देश के आईआईएम जैसे टॉप प्रबंधन संस्थानों में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) से गुजरना होता है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त माह में शुरू होती है. प्रवेश परीक्षा नवंबर में कराई जाती है.

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