लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जेलों में निरुद्ध बंदी अब 'तीसरी आंख' की नजर में रहेंगे. यूपी सरकार ने जेलों में सीसीटीवी कैमरे और आवश्यक उपकरण लगाए जाने का निर्णय लिया है. इससे जेलों से बंदियों के फरार होने और जेलों में उपद्रव की घटनाओं पर रोक लग सकेगी.
55 जेलों में लगाये गए 120 सीसीटीवी कैमरे
यूपी की जेल अब सीसीटीवी कैमरों से लैस हो रही हैं. इसके लिए राज्य सरकार ने 6.01 करोड़ रुपये की स्वीकृति दे दी थी. स्वीकृत राशि में से 2 करोड़ 40 लाख 44 हजार 384 रुपये की राशि का कार्यदायी संस्था को अग्रिम भुगतान कर दिया गया है. इसके तहत यूपी की 55 जेलों में 120 सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं.
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अन्य जेलों में भी लगाए जा रहे कैमरे
सरकार के मुताबिक, जिला कारागार सोनभद्र और बागपत सहित प्रदेश की जेलों में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे, सहवर्ती उपकरण और उपयुक्त केबलिंग की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार पहले ही 6.01 करोड़ रुपये की स्वीकृति दे चुकी है. खरीदे जाने वाले उपकरणों की गुणवत्ता और दर सुनिश्चित करने का दायित्व महानिरीक्षक कारागार को दिया गया है. डीजी जेल की मानें तो 55 जेल सीसीटीवी कैमरे से लैस हो गई हैं. अन्य जेलों में भी कैमरे लगाने का काम जारी है.
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कैदियों की मौत की शिकायत के बाद उठाया कदम
जेल में कैदियों की मौत की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है. पिछले साल राष्ट्रीय मानवाधिकार के पास एक शिकायत आई थी. इसमें कहा गया था कि साल 2012 से 2017 के बीच सेंट्रल जेल, जिला जेल, महिला जेल और विशेष जेल में 1,960 लोगों की मौत हुई है. इसमें से सबसे ज्यादा मौतें बरेली की जेलों में हुई थीं. इसके आधार पर सरकार ने ये फैसला लिया है.