लखनऊ: नवाबों का शहर लखनऊ वैसे तो दशहरी आम की मिठास के लिए मशहूर है, लेकिन गन्ना विभाग राजधानी के लोगों को गुड़ के मिठास और गुड़ की खूबियों से वाकिफ कराएगा. इसके लिए 13 और 14 फरवरी को गुड़ महोत्सव का आयोजन भी राजधानी में किया जाएगा. बता दें, यह आयोजन पिछले साल ही होना था, पर कोरोना के कारण इसे स्थगित करना पड़ा. अब एक बार फिर चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग इसकी तैयारियों में जुट गया है. पिछले दिनों विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसके प्रारूप और मकसद पर विस्तार से चर्चा हुई थी.
लखनऊ में आयोजित होगा गुड़ महोत्सव, तैयारियों में जुटा गन्ना विभाग
प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि गन्ने से बनने वाले उत्पादों का सरकार प्रमोशन कर रही है, जिससे गन्ना किसान लाभान्वित हो सकें.
गुड़ महोत्सव की तैयारियों में जुटा गन्ना विभाग
राजधानी लखनऊ में आगामी 13 और 14 फरवरी को आयोजित होने वाले गुड़ महोत्सव को लेकर गन्ना विभाग तैयारियों में जुट गया है. इस महोत्सव में गुड़ की ब्रांडिंग और गन्ने से जुड़े उत्पादों का प्रदर्शन भी किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस उत्पाद के उत्पादन से जुड़ सकें. इतना ही नहीं इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी होगा. इस आयोजन में प्रदेश भर के प्रगतिशील गन्ना किसानों को आमंत्रित किया जाएगा. इसमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के कई विशेषज्ञ उत्पादक भी हिस्सा लेंगें.
गुड़ के चॉकलेट से लेकर मिठाई और कैंडी तक के होंगे स्टॉल
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी का कहना है कि महोत्सव में गुड़ की चाकलेट से लेकर मिठाई, कैंडी,खीर आदि के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और गन्ना अनुसंधान संस्थान ने मिलकर अलग-अलग फ्लेवर में चॉकलेट और दूसरे उत्पाद तैयार किए हैं. मुजफ्फरनगर में तो गुड़ के प्रसंस्कृत उत्पादों की सौ से अधिक रेंज है. महोत्सव में आये किसान इनसे वाकिफ होंगे. इच्छुक किसानों को इस बाबत बाद में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
गुणकारी है गुड़
विशेषज्ञों के अनुसार, गुड़ खुद में एक संपूर्ण आहार है. औषधीय गुणों के साथ यह ऊर्जा का भी स्रोत है. इसमें शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व (आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन ए और बी) भरपूर मात्रा में मिलते हैं. जरूरत के हिसाब से इसे विटामिन्स से फोर्टिफाइड कर कुपोषण भी दूर किया जा सकता है. यही वजह है कि अलग-अलग स्वाद और खुशबू में उपलब्ध मुजफ्फरनगर के गुड़ और इसके प्रसंस्करित उत्पादों की देश और दुनिया में इतनी मांग है कि आपूर्ति नहीं हो पाती. गन्ना उत्पादक अन्य जिले भी गुड़ के प्रसंस्करण के जरिए गन्ने को संभावनाओं की खेती बना सकते हैं.
गुड़ के रेंज और खूबियों से वाकिफ होंगे किसान
'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' (ओडीओपी) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेहद महत्वाकांक्षी योजना है. गुड़ मुजफ्फरनगर और अयोध्या का ओडीओपी है. मुजफ्फरनगर में गुड़ महोत्सव आयोजित हो चुका है. किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए योगी सरकार कृषि आधारित उत्पादों की ब्रांडिंग और उसका अच्छा मूल्य दिलवाने का लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में यह आयोजन करवाया जा रहा है. इससे न केवल अयोध्या उससे सटे बस्ती और अवध एवं पूर्वांचल के गन्ना उत्पादक और जिले के गन्ना किसानों को भी लाभ होगा. वह भी गुड़ के अन्य प्रसंस्कृत उत्पादों के बारे में जानेंगे.