लखनऊ: आईटीआई (ITI) के छात्रों को अब कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार किया जाएगा. वह अपने जिले के सीएचसी (CHC) एवं पीएचसी (PHC) पर काम करेंगे. इतना ही नहीं उन्हें ऑक्सीजन प्लांट में भी काम करने के लिए तैयार किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य से संबंधित 6 सेक्टरों का प्रशिक्षण दिये जाने का कार्यक्रम 1 जून से प्रारंभ किया जा रहा है. व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने शनिवार को वर्चुअली 9 मंडलों की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी. मंत्री ने लखनऊ, प्रयागराज, अयोध्या, विन्धयाचल, देवीपाटन, गोरखपुर, मेरठ, वाराणसी तथा बस्ती मंडल मे दिये जा रहे कौशल प्रशिक्षण की समीक्षा की. इस दौरान प्रत्येक मंडल के संबंधित अधिकारी और प्राइवेट आईटी संचालक से वार्ता की.
1 जून से ITI के छात्रों को मिलेगी मेडिकल की ट्रेनिंग - यूपी में आईटीआई के छात्र सीएचसी और पीएचसी पर होंगे तैनात
उत्तर प्रदेश के आईटीआई (ITI) छात्रों को 1 जून से कौशल विकास विभाग (Skill development department) द्वारा मेडिकल की ट्रेनिंग दी जाएगी. व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने यह जानकारी दी.
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ऑक्सीजन प्लांट के लिए हर जिले से 20 लोगों को दिया जाए प्रशिक्षण
मंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए जनपदों को लक्ष्य दिया गया है जिसके अनुरूप युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. युवाओं को कौशल विकास विभाग (Skill development department) द्वारा प्रशिक्षण देने के बाद सीएचसी एवं पीएचसी में भी कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. स्वास्थ्य से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं की सेवा लोगों के उपचार मे ली जाएगी. इसी तरह ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) में कार्य करने के लिए भी प्रत्येक जनपद से 20-20 लोगों को प्रशिक्षण दिए जाएंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपदों में स्थापित औद्योगिक संस्थानों के प्रबंधकों से वार्ता कर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोगों को रोजगार दिया जाए.
ऑनलाइन दी जा रही ट्रेनिंग
अग्रवाल ने बताया कि युवाओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से दिया जा रहा है. इसके साथ ही प्रशिक्षण के वीडियों विभिन्न सोशल मीडिया एप पर अपलोड किये जा रहें हैं, जिससे युवा किसी भी समय उन वीडियो को देख सकता है. उन्होंने कहा कि आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र देने के कार्य को शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाय. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार देना एक जिम्मेदारी का काम है, इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाया जाए. संस्थान खुलने का गाइडलाईन्स आती है तो युवाओं को प्रेटिकल कराने की तैयारी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए करायी जाय.
युवाओं को बनाएं आत्मनिर्भर
इस दौरान कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के कार्य को एक जिम्मेदारी के साथ निर्वाहन किया जाय. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आईटीआई के माध्यम से पूरा किया जा सकता है. आईटीआई में पढ़ने वालों के मन में एक स्वाभिमान की भावना लाने का प्रयास किया जाए. युवाओं को यह बताया जाय कि आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त किया जा सकता है.
युवाओं को अभियान से जोड़ा जाय
अग्रवाल ने कहा कि आईटीआई में युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर कैसे आत्मनिर्भर बन सकते हैं अथवा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय. आईटीआई चलो अभियान के तहत युवाओं को जोड़ा जाय तथा इस कार्य में नवनियुक्त प्रधानों का भी सहयोग लिया जाय. ऑनलाइन प्रशिक्षण को युवाओं के लिए रुचिकर बनाने पर जोर दिया जाए. न्होंने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए यह जरूरी है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन सभी लोग करें.