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आईटीआई अलीगंज के तीन शॉर्ट टर्म कोर्स नहीं हो पा रहे पूरे, अनुदेशक कर रहे यह काम

अलीगंज स्थित आईआईटी में संचालित तीन शार्ट टर्म कोर्स पूर नहीं हो पा रहे हैं. इसके पीछे अनुदेशकों को बीएलओ ड्यूटी में लगाने के साथ ही लैब में उपकरणों की कमी बताई जा रही है. इसके चलते करीब दो महीने से पढ़ाई भी ठप है. वहीं नये कोर्सों में दाखिले में प्रभवित हैं.

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Published : Jan 9, 2023, 4:39 PM IST

लखनऊ : युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए आईटीआई (ITI Aliganj Lucknow) में इसी सत्र से शुरू हुए तीन शॉर्ट टर्म कोर्स समय से पूरे नहीं हो पा रहे हैं. इसके पीछे की वजह अनुदेशकों की बीएलओ इयूटी (ITI instructor doing BLO duty) और लैब में उपकरणों की कमी होना है. नोडल आईटीआई से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि करीब दो महीने से पढ़ाई ठप है. जिसकी वजह से इन कोर्सों में नए दाखिले नहीं हो पा रहे हैं. प्रदेश के गवर्नमेंट आईटीआई में संचालित ट्रेड कोर्स के साथ ही थ्री-डी प्रिंटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और ऑप्टिकल फाइबर इन शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू हुए थे. निकाय चुनाव की तैयारी के कारण अनुदेशक नहीं ले सके है क्लास. इस संबंध में आईटीआई की तरफ से संबंधित अधिकारियों को कई बार पत्राचार किया गया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब जब एग्जाम सिर पर है तो कोर्स पूरा नहीं होने के कारण उसे डाला जा रहा है.


आईआईटी में पहले से संचालित ट्रेडों के साथ ही तीन शॉर्ट टर्म कोर्स 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और ऑप्टिकल फाइबर को भी इसी सत्र से शुरू किया गया था. फिलहाल अनुदेशकों की ड्यूटी बीएलओ में के रूप में लगे होने के कारण करीब 2 महीने से पूरा प्रशिक्षण कार्य ठप पड़ा रहा. इस संबंध में आईटीआई की तरफ से कई बार संबंधित अधिकारियों को पत्र भी लिखा जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिस कारण से अब तक कोर्स पूरा नहीं हो सका है. न्यू ऐज कोर्स के प्रभारी निर्भय ने बताया कि आईटीआई अलीगंज में तीनों शॉर्ट टर्म कोर्स में रोजाना 4 घंटे की क्लास चलाना अनिवार्य है. क्योंकि मैं तीनों कोर्स 3डी प्रिंटिंग 256 घंटे, ड्रोन टेक्नोलॉजी 390 घंटे और ऑप्टिकल फाइबर में 400 घंटे की अवधि का कोर्स चलाना है. इन कोर्सों में 1 वर्ष पूरा होने के बाद दूसरा बैच शुरू किया जाता है. जिससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके यहां पर प्रशिक्षण देने के लिए कुल 7 अनुदेशकों की ड्यूटी है सभी को ड्यूटी बीएलओ में लगाई गई है.

कोर्स शुरू करने से पहले हुआ था सर्वे : आत्मनिर्भर भारत की कंपनियां विश्व में अपने स्मार्ट उत्पादों के साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करेंगे. जिसके परिणाम स्वरूप स्मार्ट उत्पादों के विनिर्माण, परिचालन व अनुरक्षण हेतु कौशल प्रशिक्षित कार्मिकों की आवश्यकता होगी. लिहाजा आवश्यक हो जाता है कि युवाओं को भविश के लिए स्मार्ट प्रौद्योगिकी के दृष्टिगत कौशल प्रशिक्षित किया जाए. जिससे वह अपने भविष्य को बेहतर बना सकें. लिहाजा इंडस्ट्रीज की डिमांड को देखते हुए प्राविधिक शिक्षा विभाग (technical education) और व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग (Vocational Education & Skill Development Department) में शासन के निर्देश पर दिसंबर 2021 में कवायद शुरू की थी. आईटीआई और पॉलिटेक्निक में कोसों को शुरू कराना था. इसके लिए समिति का गठन किया गया था. यह समितियां तीन सप्ताह में कोसों के बारे में जानकारी जुटाकर शासन को अवगत कराया. इन कोसों को संचालित करने के पीछे विभाग का मानना था कि वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रम छात्रों को लुभा नहीं पा रहे हैं.


एक और कोर्स की तैयारी : न्यू कोर्स प्रभारी निर्भय सिंह ने बताया कि नोडल आइटीआई में इंटरनेट ऑफ थिंग्स आईओटी कोर्स संचालित किया जाएगा. इसे शुरू कराने के लिए आईटीआई अलीगंज की तरफ से व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को पत्र लिखा गया है. दावा है किस कोर्स को शुरू कराने के लिए पहले से ही आईटीआई की लंग में सभी सुविधाएं मौजूद है. विभाग की तरफ से परमीशन मिलने के बाद आवेदन शुरू करा दिए जाएंगे. आईटीआई अलीगंज के नोडल प्रिंसिपल (Nodal Principal of ITI Aliganj) आरएन त्रिपाठी के अनुसार शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगी होने के चलते प्रशिक्षण प्रभावित रहा है, इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को भी पत्र लिखा जा चुका है. मौजूदा समय में क्लासेस सुचारू रूप से शुरू हो गई हैं जिसे जल्दी पूरा करा लिया जाएगा.

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