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लखनऊ: हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट बनी फिटनेस प्रमाण पत्र में रोड़ा

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Published : Oct 17, 2020, 11:50 AM IST

लखनऊ आरटीओ कार्यालय में फिटनेस कराने आए आठ दर्जन से ज्यादा वाहन स्वामियों को बिना फिटनेस कराए ही वापस लौटना पड़ा. वजह थी कि उनके वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नहीं लगी थी.

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बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगे फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करना बंद.

लखनऊ: व्यावसायिक वाहनों में बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगे फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करना पूरी तरह से बंद हो गया है. शुक्रवार को आरटीओ कार्यालय के फिटनेस राउंड पर आठ दर्जन से ज्यादा व्यावसायिक वाहनों को बिना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी किए वापस कर दिया गया. इन सभी वाहन स्वामियों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा. हालांकि इन सभी की शिकायत है कि परिवहन विभाग ने उन्हें इस बारे में कोई सूचना ही नहीं दी. उनकी कोई गलती भी नहीं है और उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है.

19 अक्टूबर से नहीं होंगे यह काम

19 अक्टूबर से सभी प्रकार के वाहनों का कोई भी अन्य कार्य जिसमें, पंजीयन प्रमाण पत्र की द्वितीय प्रति, स्वामित्व अंतरण, पता परिवर्तन, पंजीयन का नवीनीकरण, एनओसी, एचपीए निरस्तीकरण, नया परमिट, परमिट की डुप्लीकेट कॉपी, परमिट नवीनीकरण, अस्थाई परमिट, विशेष परमिट, नेशनल परमिट और बीमा आदि बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगे नहीं किया जाएगा. समय सीमा समाप्त होने के बाद इन वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई भी की जाएगी.

जारी हुए दिशा-निर्देश

हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट से संबंधित दिशा-निर्देश परिवहन आयुक्त कार्यालय की तरफ से जारी हुए हैं. इनमें वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के साथ थर्ड रजिस्ट्रेशन मार्क लगाए जाने का जिक्र है. सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) को पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाए जाने के संबंध में आवश्यक प्रचार-प्रसार करने की बात कही गई है. 16 अक्टूबर से बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगे हुए पुराने वाहनों का स्वच्छता प्रमाण पत्र जारी नहीं करने का जिक्र है.

कहां जाएं नंबर प्लेट लगवाने

व्यावसायिक वाहन स्वामी प्रवीण कुमार सिंह शुक्रवार को आरटीओ कार्यालय के फिटनेस सेंटर पहुंचे. यहां पर उन्हें अपने वाहन की फिटनेस करानी थी और उसके बाद फिटनेस प्रमाण पत्र हासिल करना था, लेकिन उनके वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नहीं लगी थी. लिहाजा, फिटनेस देने से मना कर दिया गया. प्रवीण कुमार को बैरंग वापस लौटना पड़ा. उनकी शिकायत है कि कम से कम परिवहन विभाग को प्रचार-प्रसार करना चाहिए था तो पहले से ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवा कर आते. अब यहां पर सब मनमानी कर रहे हैं. कोई यह भी नहीं बता रहा कि कहां पर नंबर प्लेट जाकर लगवाएं. कोई 1500 की नंबर प्लेट बता रहा है तो कोई ₹2000 की. अजीब स्थिति बनी हुई है.

बेवजह कर रहे हैं परेशान

ड्राइवर मोहम्मद आजाद बताते हैं कि वह गाड़ी की फिटनेस कराने आए थे. कल गाड़ी का शीशा स्क्रैच हो गया था तो कहा कि शीशा लगवाकर आओ. रात भर यहां रुके अब आज बोल रहे हैं कि नंबर प्लेट लगवा कर लाओ. कुछ पता चले हमें कि नंबर प्लेट कहां लगवाने जाएं? कहां बदली जाएगी? हम लोग को बताया ही नहीं जा रहा है बस वापस कर दिया जा रहा है. काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

आठ दर्जन से ज्यादा वाहन लौटाए

आरटीओ कार्यालय में फिटनेस कराने आए आठ दर्जन से ज्यादा वाहन स्वामियों को बिना फिटनेस कराए ही वापस लौटना पड़ा. वजह थी कि उनके वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नहीं लगी थी.

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