लखनऊ : हजरत ख़्वाजा मुहम्मद नबी रजा शाह अलमारूफ दादा मियां के116 वें उर्स ने सोमवार को चादरपोशी का एहतिमाम किया गया. सुबह बाद नमाज़े फजर क़ुरआन ख़्वानी का आयोजन हुआ. उसके बाद अकीदतमंदों ने चादरपोशी की. सदर के समाजसेवी इमरान खान और जीशान खान की ओर से चादरपोशी की गई. उसके बाद तबर्रुक भी बांटा गया. इस दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने आपसी एकता और भाईचारे की बात की और समाज को एक साथ रहने की अपील की.
विधायक ने कहा कि मोहम्मद साहब सिर्फ मुसलमानों के नहीं है, सब धर्मों के हैं. उन्होंने मोहब्बत और एकता का संदेश दिया और जोड़ने का काम किया. दादा मियां के बारे में उन्होंने कहा कि दरगाह दादा मियां में हर धर्म समुदाय के लोग आते हैं. हम सब पहले इंसान हैं. हम सब के लिए खुदा, ईश्वर, गॉड सब एक ही हैं.
चादरपोशी के दौरान कव्वालों ने कव्वाली पेश की. इनके अलावा मुल्क के मुख्तलिफ मक़ामात से आए हुए जायरीन हजरात ने शिरकत की और मजार शरीफ पर चादर व फूल चढ़ाकर अपनी अकीदत का इजहार किया. दरगाह के सज्जादानशीन ख्वाजा मोहम्मद सबाहत हसन शाह ने बताया दादा मियां का उर्से पाक हिंदुस्तान में गंगा जमुनी तहजीब का नमूना है. जिसमें बिला तफरीक हर मजहब व मिल्लत के लोग शिरकत के लिए तशरीफ लाते हैं और दादा मियां के दुआओं से माला माल होते हैं. दादा मियां के उर्स में आपस मे मिलजुल कर और भाईचारगी का सबक दिया जाता है. बाद तबर्रुक भी बांटा गया.