लखनऊ :इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के अर्न्तगत ईदगाह लखनऊ में रबी-उल-अव्वल के जलसों और 12 रबी उल अव्वल को निकलने वाले जुलूस-ए-मदहे सहाबा की तैयारियों के सिलसिले में गुरुवार को अहम बैठक हुई. बैठक में उलमा और जिला प्रशासन और सुन्नी तन्जीमों व अन्जुमनों के लोग शामिल हुए. बैठक के दौरान ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि पिछले वर्ष जिस तरह अमन व शान्ति से जुलूस निकलवाया गया था उसी तरह इस साल भी अमन व शान्ति के साथ जुलूस निकलेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि इस वर्ष हर साल की भांति अच्छी व्यवस्था की जाएगी और समझौते का सख्ती से पालन किया जाएगा और जूलूस मदहे सहाबा के रास्ते पर ड्रोन कैमरे लगाए जाएंगे.
डीसीपी वेस्ट राहुल राज ने कहा कि लखनऊ हमेशा से अमन व अमान का गहवारा रहा है. हमारी कोशिश है कि यह अमन व एकता कायम रहे. रबी उल अव्वल के जलसों और जुलूस को देखते हुए जिला प्रशासन की पूरी तैयारियाँ जारी हैं. उन्होंने यकीन दिलाया कि समय रहते तैयारी हो जाएंगी. एडीएम डाॅ. शुभी सिंह ने कहा कि अमीनाबाद पार्क और ईदगाह की सफाई के साथ साथ जलसे होंगे और जुलूस के पूरे रास्ते में सफाई व्यवस्था और पानी के टैंकर्स का अच्छे से अच्छा इंतजाम किया जाएगा. एडीसीपी चिरंन्जीव सिन्हा ने कहा कि मोहल्ले मोहल्ले मीटिंग की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न होने पाए. उन्होंने अवाम से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ने दें और कोई भी घटना होने पर जिला अफसरों के तुरन्त सूचित करें.
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ने कहा कि ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर 27 सितंबर की रात में इस्लामिया काॅलेज, लालबाग, अमीनाबाद पार्क और चौक मंडी में मिलाद की महफिलें हाती हैं. जिसमें लाखों की तादाद में लोग शिरकत करते हैं और उलेमा की तक़रीरें होती हैं. इसलिए जिला प्रशासन इस अवसर पर सफाई, बिजली, पानी और सुरक्षा का सख्त इंतजाम करे. जुलूस-ए-मदहे सहाबा लखनऊ का पुराना और तारीख़ी जुलूस है. इस जुलूस में सभी धर्म के मानने वाले सम्मिलित होते हैं. इसलिए उसकी सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे लगाए जाएं. मौलाना मुहम्मद मुश्ताक अध्यक्ष ऑल इण्डिया सुन्नी बोर्ड ने कहा कि 1998-99 मेें सुन्नी, शिया और प्रशासन के बीच में जो समझौता हुआ था उसी के अनुसार जुसूस-ऐ-मदहे सहाबा निकलना शुरू हुआ है.