लखनऊ :दादा मियां दरगाह में उर्स के पांचवें दिन दादा मियां के क़ुल शरीफ के साथ समापन हुआ. इस दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने चादर पेश की. गुरुवार को हजरत ख्वाजा मुहम्मद नबी रज़ा शाह अल्मारुफ दादा मियां रहमतुल्लाह अलैह के उर्स में हिंदुस्तान के कोने कोने से आए हुए जायरीन व मुरीदीन हज़रात ने दरगाह शरीफ पर अपनी अकीदत का इजहार किया. वहीं बुधवार रात कव्वाली का सिलसिला जारी रहा जो सुबह तक चला. महफिले समां में बड़ी संख्या में जायरीन हजरात व ख़ुल्फ़ा हजरात ने शिरकत की. महफिल की नूरानी कशिश देख कर क़व्वाली सुनने वाले हजरात पर वज्द तारी हो गया और लोग दादा मियां की याद में झूम उठे.
दादा मियां की दरगाह पर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी कुल शरीफ में शिरकत की. क़ुल शरीफ का प्रोग्राम उर्स का सबसे अहम प्रोग्राम होता है. जिसको सजाने संवारने के लिए इस पूरे उर्स का एहतेमाम किया जाता है. क़ुल शरीफ में शिरकत करने के बाद मीडिया से मुख़ातिब होकर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि दादा मियां की दरगाह बहुत बड़ी आस्था का केंद्र है और पूरी दुनिया में दादा मियां के चाहने वाले हैं. सूफी संतों के दरबार से हमें भाईचारे की शिक्षा मिलती है जो कि समाज के लिए बहुत आवश्यक है. क़ुल शरीफ की महफिल में दरगाह शरीफ के सज्जादानशीन हजरत मुहम्मद सबाहत हसन शाह मद्देज़िल्लहुल आली ने मुल्क के अमनो अमान, ख़ैरो बरकत और भाईचारगी के लिए ख़ुसुसी दुआ मांगी.