लखनऊ: निलंबित IPS डॉ. सतीश कुमार को बहाल कर दिया गया है. बाराबंकी में एसपी के पद पर रहते हुए सतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद डॉ. सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया था. हालांकि अभी उनके खिलाफ विभागीय जांच चलती रहेगी.
इस मामले में हुआ था निलंबन
बाराबंकी में साइबर सेल के पुलिसकर्मी पर 65,00,000 रुपये धमकाकर वसूल किए जाने के आरोप लगाए थे. आरोप के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक STF के आदेश के अनुपालन में एएसपी की अध्यक्षता में गठित जांच टीम द्वारा गोपनीय तरीके से प्रारंभिक जांच कराई गई थी, जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप जांच टीम को सही प्रतीत हुए. इसी आधार पर साइबर सेल के पुलिसकर्मी सहित उस समय बाराबंकी एसपी रहे डॉ. सतीश कुमार पर कार्रवाई की गई थी. डॉ. सतीश कुमार के निलंबन के बाद अजय कुमार साहनी को बाराबंकी का नया एसपी बनाया गया था.
एसपी पर लगे थे गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसकी कंपनी शॉपिंग मॉल विश्वास मेगा मार्ट बाराबंकी है. बीते जनवरी माह की आठ तारीख को क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप कुमार यादव ने उनके कार्यालय में आकर कहा कि एसपी के ऑफिस में आकर कंपनी के पेपर दिखाइए कि कंपनी कैसे काम करती है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने कंपनी के स्टाफ के साथ क्राइम ब्रांच कार्यालय और एसपी से जाकर मुलाकात की और कंपनी के बारे में विस्तार में बताया. इस पर एसपी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि जब जांच के लिए बुलाया जाए तो सहयोग करिएगा. शिकायतकर्ता ने कहा कि जब वह एसपी से मिलकर वापस जाने लगा तो क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप यादव ने कहा कि आप लोग गिरफ्तार हो गए हैं. यही नहीं यह भी कहा कि 65,00,000 रुपये हमें दो नहीं तो आपकी कंपनी और आपका मॉल को सीज हो जाएगा, जिसके बाद शिकायतकर्ता के स्टाफ राजू द्वारा 65,00,000 रुपये की व्यवस्था कर अनूप यादव को दिए गए.