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ऑपरेशन के बाद खराब हुईं 27 मरीजों की आंखें, 5 सदस्यीय टीम करेगी जांच - 5 सदस्यीय टीम करेगी जांच

सहारनपुर जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 27 मरीजों के आंखों की रोशनी चली गयी थी. अब इस मामले में जांच के लिए 5 सदस्यीय जांच टीम गठित की गयी है. जांच टीम में मेडिकल कॉलेज के आई सर्जन, आईएमए के आंखों के डॉक्टर भी शामिल किये गये हैं.

5 सदस्यीय टीम करेगी जांच
5 सदस्यीय टीम करेगी जांच

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Published : Dec 29, 2021, 8:37 PM IST

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 27 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जहां हिन्दू संगठनों ने इसे लेकर मोर्चा खोल दिया है, वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव मांगलिक ने 5 सदस्यीय जांच टीम गठित कर जांच के आदेश दिये हैं.

गौरतलब है कि 2-3 दिसम्बर को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैम्प लगाकर 30 मरीजों की आंख का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. 30 में से 27 मरीजों की आंखों में न सिर्फ जलन के साथ सूजन आ गई, बल्कि आंखों से खून भी निकलने लगा था. इसको लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया. वहीं स्वास्थ्य विभाग रोशनी जाने की वजह इंफेक्शन बता रहा है. इन मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़, पीजीआई ऋषिकेश और दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

हिन्दू संगठनों ने उठाया मामला

इस मामले की जानकारी जब हिन्दू संगठनों को लगी तो पदाधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया. हिन्दू संगठन पदाधिकारी निपुण भारद्वाज ने इस मामले को लेकर सीएमओ से शिकायत की. हालांकि इस दौरान एक मरीज के परिजन ने भी सीएमओ को इस बाबत लिखित शिकायत दी है. हिन्दू संगठनों ने इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने बहुत ही घटिया क्वॉलिटी के लेंस लगाये थे, जिसकी वजह से उनकी आंखों की रोशनी चली गयी. इतना ही नहीं, सभी मरीजों की आंखों में सूजन के साथ खून भी निकल रहा था.

5 सदस्यीय टीम कर रही जांच

इस बारे में सीएमओ डॉ. संजीव मांगलिक का कहना है कि शिकायत मिली है, जिसकी जांच करायी जा रही है. जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की गयी है. टीम में मेडिकल कॉलेज के आई सर्जन, आईएमए के आंखों के डॉक्टर भी शामिल किये गये हैं. 5 जनवरी तक जांच टीम को रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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पीड़ितों के कुछ नाम जो चंडीगढ़ में भर्ती किये गये हैं-

  • प्रमोद देवी पत्नी वंश बंसल, उम्र 55 साल, निवासी जीवाला, बेहट सहारनपुर
  • वितमवती पत्नी हुकुम सिंह, उम्र 53 वर्ष, निवासी झरौली, सहारनपुर
  • कुसुम रानी पत्नी स्व.नरेंद्र कुमार शर्मा निवासी सहारनपुर
  • संतोष शर्मा पत्नी बृज भूषण शर्मा, उम्र 66 वर्ष, सहारनपुर
  • कमलादेवी पत्नी जनकराज, उम्र 70 वर्ष, हरियाणा
  • खेरू निशा उम्र 52 वर्ष, मानकपुर सादात निवासी सरसावा

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