लखनऊ :अलग-अलग लोगों से लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) में नौकरी दिलाने के नाम पर 14 लाख रुपये ठगने के आरोपित माली असीम रज़ा को निलंबित करके मामले की जांच बैठा दी गयी है. इस मामले में आरोपित माली के खिलाफ तथ्य सामने आया है कि उसने पूर्व उपाध्यक्ष एमपी अग्रवाल के फर्जी दस्तखत बनाकर कुछ कागज भी पीड़ितों को सौंप दिये थे. मामले की जांच शुरू हो चुकी है. अनेक लोगों के नौकरी के इस कुचक्र में फंसने की आशंका है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि प्राधिकरण में माली के पद पर कार्यरत असीम रजा के विरूद्ध पैसा लेकर नौकरी दिलाने का झांसा देने तथा फर्जी नियुक्ति पत्र देने की जांच करने पर उसे प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया. असीम रजा के दोषी पाये जाने पर उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने उसे निलम्बित कर विशेष कार्य अधिकारी अरूण कुमार सिंह को जांच अधिकारी नामित किया गया है.
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