लखनऊ : “स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत” के अन्तर्गत स्वच्छता बनाए रखने की दिशा में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की तरफ से रेलवे परिसरों, स्टेशनों और यात्रा के दौरान ट्रेनों में गंदगी फैलाने और थूकने वाले यात्रियों के साथ ही खान-पान स्टॉल वेंडरों के विरूद्व जांच अभियान चलाया जा रहा है. मंडल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के निर्देश पर मंडल के विभिन्न स्टेशनों गोरखपुर, लखनऊ जंक्शन, गोंडा, बस्ती, खलीलाबाद और ऐशबाग पर गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ जांच अभियान (Investigation campaign at railway station) चलाया गया.
स्टेशन पर और ट्रेनों में गंदगी फैलाने वालों पर रेलवे ने कसा शिकंजा, वसूला जुर्माना
मंडल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के निर्देश पर मंडल के विभिन्न स्टेशनों गोरखपुर, लखनऊ जंक्शन, गोंडा, बस्ती, खलीलाबाद और ऐशबाग पर गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ जांच अभियान (Investigation campaign at railway station) चला.
इस जांच अभियान के दौरान स्टेशनों पर पिछले माह-सितम्बर में 298 व्यक्तियों से 40,900 रुपए व अक्टूबर में 599 व्यक्तियों से 1,39,050 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया. इसमें मंडल को पिछले दो माह में कुल 1,79,950 रुपए (एक लाख, उन्नयासी हजार, नौ सौ पचास) राजस्व की प्राप्ति हुई. इस अभियान में रेलवे अधिकारियों और स्वास्थ्य निरीक्षकों ने स्टेशनों पर यात्रियों व खानपान स्टॉल वेंडरों को जागरूक किया गया कि रेलवे परिक्षेत्र में गंदगी फैलाना दंडनीय अपराध है और नियमानुसार अर्थदंड का प्रावधान है.
लखनऊ मंडल रेल प्रशासन ने आम जनता व रेल यात्रियों से अपील है कि वह रेलवे ट्रैक और स्टेशन परिसर में कूड़ा करकट, प्लास्टिक कचरा न फेकें. रेलवे लाइन के आसपास खुले में शौच करने से रेलवे ट्रैक पर गन्दगी होती है और इससे संक्रामक बीमारियां भी फैलती हैं.
यह भी पढ़ें : कोचिंग जा रही छात्रा पर दीवार ढही, इलाज के दौरान मौत