लखनऊः CAA और NRC को लेकर यूपी हिंसा की चपेट में है. प्रदेश के कई महानगरों समेत छोटे जिलों से भी हिंसा की खबरें आ रही हैं. बीते शुक्रवार को राजधानी समेत कई जिलों में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा से पुलिस अलर्ट पर है. आज भी कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद है.
प्रदर्शनकारियों ने यहां मचाया उत्पात
पिछले तीन दिनों में राजधानी लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, संभल, वाराणसी, फिरोजाबाद, मेरठ, बुलंदशहर समेत कई जिलों में CAA के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. उपद्रवियों ने बसें जलाईं और पुलिस पर पथराव करने के साथ ही पुलिस चौकी भी पर हमला किया. देखते ही देखते प्रदेश हिंसा की चपेट में आ गया. बुलंदशहर में 22 दिसंबर तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. हालांकि दो दिन बाद वाराणसी में इंटरनेट सेवा फिर से शुरू कर दी गई है.
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने कई जगहों पर बल प्रयोग किया. लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले दागे गए. हिंसा से प्रदेश में करीब 8 से अधिक लोगों की मौत भी हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. सीएम ने की शांति की अपील की है.
स्कूल-कॉलेज बंद
हिंसा को देखते हुए यूपी पुलिस आज भी अलर्ट पर है. प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज आज यानि रविवार तक बंद करने का एलान पहले की किया जा चुका है. वहीं कानपुर, प्रयागराज समेत कई जिलों में इंटरनेट आज भी बंद रहेगा. शांति की अपील के साथ पुलिस संवेदनशील जगहों पर पैनी नजर बनाए हुए है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से शांति की अपील की है.
आईजी लॉ एंड ऑर्डर प्रवीन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 705 प्रदर्शनकारियों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही 4500 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. वहीं पूरे प्रदर्शन के दौरान 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से 57 गोली लगने से घायल हुए हैं.