लखनऊ:इंटरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षाएं देने से लखनऊ के 500 से ज्यादा छात्र-छात्राएं हुए वंचित हुए हैं. ये सभी छात्र-छात्राएं किन्ही कारण वश प्रयोगात्मक परीक्षाओं के दिन स्कूल में अनुपस्थित थे. जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह की ओर से छूटे हुए परीक्षार्थियों की सूचना स्कूलों से मांगी गई थी. बुधवार शाम तक 10 से ज्यादा स्कूलों ने अपने छात्र-छात्राओं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं छूटने की जानकारी डीआईओएस को दी गई है. जिसके बाद सारा ब्योरा परिषद के सचिव को भेजा जा रहा है.
दरअसल, माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से दो चरणों में इस बार इंटरमीडियट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं आयोजित की थी. पहला चरण 3 से 12 फरवरी तक और दूसरा चरण 13 से 22 फरवरी तक तय किया गया था. लखनऊ में पहले चरण में यह परीक्षाएं होनी थीं. जिनमें परीक्षक नहीं पहुंच पाए. उनके यहां दूसरे चरण में परीक्षक भेज कर प्रयोगात्मक परीक्षाएं करवाई गईं. फिर भी 10 स्कूलों के 500 से ज्यादा परीक्षार्थी इससे वंचित रह गए.
500 छात्र-छात्राओं की छूटी प्रयोगात्मक परीक्षा, DIOS को दी गई जानकारी - जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय
लखनऊ में इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं देने से 500 से ज्यादा छात्र-छात्राएं वंचित रह गए हैं. दरअसल, ये सभी छात्र-छात्राएं किन्ही कारण वश प्रयोगात्मक परीक्षाओं के दिन स्कूल में अनुपस्थित थे, जिसकी वजह से तकरीबन 10 स्कूलों के 500 से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए.
इन स्कूलों के छात्र रहे अनुपस्थित
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के मुताबिक बख्शी का तालाब से 11 विषयों में 150, शिया इंटरमीडिएट कालेज से 40, नवजीवन इंटर कालेज मोहनलालगंज से 31, राजकीय उत्तर प्रदेश सैनिक इंटर कालेज से रेगुलर के 92 और प्राइवेट 192 परीक्षार्थियों के साथ-साथ श्री सत्यनारायण तिवारी विद्या इंटर कालज सहित कई और स्कूलों के कुछ छात्र-छात्राएं हैं. वहीं इस पूरे मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि इसकी रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेजी जाएगी. वहां से अगली तिथि आने पर इन छूटे हुए अभ्यर्थियों की परीक्षाएं सम्पन्न कराई जाएगी.