लखनऊ :गर्भवती महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और पांच वर्ष तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए 'सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0' अभियान का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया. इसके तहत प्रदेश के सभी जनपदों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा. बीते वर्षों में प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं एवं टीकाकरण के स्तर में लगातार व्यापक सुधार हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी विभागों, एनजीओ, प्रबुद्धजनों, धर्मगुरुओं और अभिभावकों से 'सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0' अभियान को सफल बनाने की बात कही.
उन्होंने कहा है कि 'बच्चों के शत-प्रतिशत पूर्ण प्रतिरक्षण के लिए अतिरिक्त प्रयासों की आवश्यकता है. टीकाकरण से वंचित बच्चों और महिलाओं को प्रतिरक्षित करने के उद्देश्य से 'सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0' का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित, अत्यन्त प्रभावी एवं गर्भवती महिलाओं व बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला है, इसलिए इसे अपनाने की आवश्यकता है.'
तीन चरणों में चलाया जा रहा अभियान :बता दें कि 'सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0' अभियान तीन चरणों में चलाया जा रहा है. प्रथम चरण बीते 7 से 12 अगस्त को संपन्न हो चुका है, वहीं दूसरा चरण 11 से 16 सितम्बर और तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा. इस अभियान के माध्यम से गर्भवती महिलाओं तथा पांच वर्ष तक के बच्चों को 12 विभिन्न जानलेवा बीमारियों यथा तपेदिक, गलघोंटू, टिटनेस, काली-खांसी, इन्फ्लूएंजा, हेपेटाइटिस बी, खसरा, रूबेला, दिमागी बुखार (जापानी इंसेफेलाइटिस), निमोनिया, पोलियो एवं रोटा वायरस जनित डायरिया से बचाव के लिए पूरी तरह से प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. प्रत्येक बच्चे को सभी टीकों की सभी खुराकें सही समय पर दी जानी आवश्यक हैं. मीजिल्स, रूबेला जैसी गंभीर बीमारियों के दिसम्बर, 2023 तक उन्मूलन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण को मिशन मोड में पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है.