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यातायात नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं, तीसरी आंख करेगी निगरानी - integrated traffic management system lucknow

राजधानी लखनऊ में 1 जुलाई से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) लागू कर दिया गया है. इसमें ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ऑटोमेटिक चालान किया जाएगा.

यातायात नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं
यातायात नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं

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Published : Jul 2, 2021, 2:27 PM IST

लखनऊ:राजधानी लखनऊ में स्मार्ट सिटी के तहत गुरुवार से ट्रैफिक व्यवस्था इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(आइटीएमएस) लागू हो गया है. इसमें ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का ऑटोमेटिक चालान किया जाएगा. अभी तक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए लोग मैनुअल चालान से बचने में सफल हो जाते थे, लेकिन अब वह तीसरी आंख कहे जाने वाले कैमरे से नहीं बच पाएंगे. अब यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए गए तो ऑटोमेटिक उनका चालान होकर उनके मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा.

आईटीएमएस लागू
राजधानी लखनऊ में स्मार्ट सिटी के तहत एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया था. जिसमें ट्रैफिक को भी स्मार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी. इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए आईटीएमएस(ITMS) लागू करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. गुरुवार 1 जुलाई से यह प्रकिया लागू भी हो गई है. स्मार्ट सिटी के तहत लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के मुख्यालय में ही आईटीएमएस का कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहां 132 प्रमुख चौराहे पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे, ट्रैफिक सिग्नल व इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ा गया है.

यातायात उल्लंघन करने पर देना होगा जुर्माना
आईटीएमएस कंपनी की सेक्रेटरी शोभा श्रीवास्तव ने बताया कि मॉनिटरिंग करने के लिए 700 हाईटेक सीसीटीवी कैमरे राजधानी लखनऊ में लगाए गए हैं. यह कैमरे ऑटोमेटिक यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की फोटो खींच लेंगे और उसका चालान उसके घर पहुंच जाएगा. इस ऑटोमेटिक चालान में वाहन चालक का यातायात नियम तोड़ने का फोटो, समय व स्थान भी दर्ज होगा. जिससे कि वाहन चालक यह भी देख सके कि आखिर उसका चालान किन नियमों का उल्लंघन करने को लेकर हुआ है.

700 कैमरों से होगी निगरानी
उन्होंने बताया कि 132 चौराहों पर 700 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. जिसमें गुरुवार को लगभग 5 घंटे में 100 गाड़ियों का चालान किया गया है. उन्होंने बताया कि पॉलिटेक्निक चौराहे पर कार सवारों का सिग्नल तोड़ना, सीट बेल्ट ना लगाने को लेकर चालान किए गए हैं. वहीं बाइक सवारों का हेलमेट ना पहनने पर कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कई जगह पर लोगों ने जेब्रा लाइन को भी क्रश किया था. सुबह से अहिमामऊ, हजरतगंज, बाराहबीरवा, 1090 चौराहा, बर्लिंगटन चौराहा पर सबसे ज्यादा चालान किए गए हैं. जिसमें कार सवार लोगों के संख्या ज्यादा रही है.

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शोभा श्रीवास्तव की माने तो स्मार्ट सिटी के तहत यातायात संचालन व ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को इनोसेंट कर चेतावनी देने का भी काम किया जाएगा. तो वहीं ट्रैफिक सिग्नल भी कंट्रोल रूम से ही संचालित किया जाएगा. उन्होंने कहा अक्सर देखा जाता है कि ट्रैफिक सिग्नल पर जो टाइमिंग सेट की जाती थी उसके हिसाब से ही ट्रैफिक चलता था, लेकिन अब ट्रैफिक लोड को देखते हुए ऑटोमेटिक ही ट्रैफिक लोड को कम करने का काम स्मार्ट सिटी के तहत किया जाएगा. उन्होंने कहा इससे पहले 10 इनआईसीसी से देशभर के वाहनों का डाटा नहीं मिल पाने से उन वाहनों का ई-चालान शुरू नहीं हो पा रहा था, लेकिन पिछले दिनों आईटीएमएस का कंट्रोल रूम एनआईसी से जुड़ने पर इसकी कार्रवाई शुरू करने की शासन से अनुमति मांगी गई थी. जिसकी अब मंजूरी मिल चुकी है. जिसके जरिए अब इन वाहनों का भी चालान हो सकेगा.


कितना देना होगा जुर्माना

यातायात उल्लंघन जुर्माना
हेल्मेट न लगाने पर 1000 रुपये
सीट बेल्ट न लगाने पर 1000 रुपये
गाड़ी चलाते समय मोबाइल से बात करने पर 5000 रुपये
खतरनाक ड्राइविंग पर 5000रुपये
नाबालिक के गाड़ी चलाने पर 25000 रुपये
इंश्योरेंस ना होने पर 2000 रुपये

उन्होंने बताया कि ट्रैफिक रुकने के समय जेब्रा लाइन के बाहर अगर गाड़ी पाई जाती है तो उसका भी चालान किया जाएगा. दोपहिया पर 2 सवारियों से ज्यादा लोग हुए तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे ही वाहन की गति सीमा, चार पहिया वाहन की सीट बेल्ट, वाहन चलाते समय नशा व मोबाइल का इस्तेमाल करना, नाबालिग के हाथ में वाहन होना, रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाना लोगों को भारी पड़ सकता है. इसके साथ ही दो पहिया वाहन वाले अगर स्टंट बाजी करते पाए गए तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. नाबालिक के गाड़ी चलाए जाने पर 25000 रुपया का जुर्माना भरा जा सकता है. साथ ही साल भर के लिए उस गाड़ी का पंजीयन भी निरस्त हो सकता है.

आईटीएमएस में क्या है खास
वर्तमान में भी ई-चालान व्यवस्था लागू है, लेकिन अभी तक मोबाइल एप के माध्यम से चालान किया जाता रहा है. ट्रैफिक पुलिसकर्मी गाड़ी रोककर नंबर प्लेट का फोटो खींचते हैं और फिर एप के जरिए ई-चालान करते हैं. लेकिन आइटीएमएस सिस्टम के बाद चौराहों पर लगे कैमरे से फोटो खिंचेंगे और ऑटोमेटिक ई-चालान होगा. खास बात यह है कि उन कैमरे में सेंसर भी लगा होगा. साथ ही वीडियो भी बनता रहेगा. तब किसी गाड़ी को रोककर मोबाइल से ई-चालान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

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