लखनऊ : उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों के बीच यात्रियों के वाहनों से कैब वे पर होने वाली वसूली विवाद की वजह बन गई है. उत्तर रेलवे ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड पार्किंग लागू की है. ऐसे में चारबाग से प्रवेश करने वाले वाहनों को रेल आरक्षण केंद्र के सामने इलेक्ट्रॉनिक बूम से स्लिप लेना होगा. कैबवे पर पहुंचते ही दूसरे बूम पर स्लिप को 10 मिनट के अंदर लौटाने पर कोई रुपया नहीं देना होगा. इस बूम के बाद ही कैबवे पर प्रवेश के लिए टोकन लेकर तय शुल्क देना अनिवार्य है.
उत्तर रेलवे के जिस इलेक्ट्रॉनिक बूम को पहले लगाया जाना था, वह मैकेनाइज्ड लांड्री के सामने लगा है. उत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि 'कैबवे का वह हिस्सा उसके क्षेत्र में है. इसी से ठीक 50 मीटर पहले पूर्वोत्तर रेलवे के कैबवे का ठेका लेने वाले ठेकेदार का वसूली प्वाइंट है. इस वसूली प्वाइंट को उत्तर रेलवे के इलेक्ट्रॉनिक बूम पर लगाया जाना चाहिए था. इंटीग्रेटेड पार्किंग पर सोमवार तक सिर्फ व्यावसायिक वाहनों से ही प्रवेश पर वसूली की गई, प्राइवेट वाहनाें से कोई शुल्क नहीं वसूला गया.'
Charbagh Railway Station : इंटीग्रेटेड पार्किंग का शुल्क उलझा, जानिए वजह
रेलवे प्रशासन की ओर से चारबाग रेलवे स्टेशन का कायाकल्प (Charbagh Railway Station) कराया जा रहा है. इसके तहत रेलवे स्टेशन के बाहर इंटीग्रेटेड पार्किंग बनकर तैयार हो गई है. इसके शुरू होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी.
क्या कहते हैं रेलवे के अधिकारी :पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ महेश गुप्ता का कहना है कि 'अभी कैबवे पर एक ही प्वाइंट पर शुल्क वसूला जा रहा है. इसके समाधान के लिए चारबाग और लखनऊ जंक्शन के स्टेशन डायरेक्टर के बीच वार्ता चल रही है.'
उत्तर रेलवे की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा का कहना है कि 'उत्तर रेलवे के कैबवे पर इलेक्ट्रॉनिक बूम से पहले पूर्वोत्तर रेलवे के कैबवे का वसूली प्वाइंट बनाए जाने को लेकर कुछ समस्याएं आ रही हैं. इसके लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया है. शीघ्र ही इस समस्या का समाधान होगा.'
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