लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ से प्रभावित सभी किसानों को पूरी मदद देने लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने समस्त मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि पिछले दिनों बाढ़ से जिन जनपदों में कृषि फसलों की क्षति हुईं, उसका तत्काल सर्वे कराकर प्रभावित किसानों का विवरण कृषि निवेश अनुदान मॉड्यूल में ऑनलाइन फीड किया जाए ताकि शासन द्वारा प्रभावित किसानों के लिए मुआवजा राशि शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके.
यह भी पढ़ें :उर्दू अकादमी के सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम में विवाद, पूर्व मंत्री का नाम गायब करने का आरोप
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में कृषि निवेश अनुदान के अंतर्गत राहत सहायता प्रदान किए जाने की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों के मुआवजे की राशि का वितरण प्रभावित किसानों को शीघ्र किया जाए.
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि 35 जनपदों-अंबेडकरनगर, अलीगढ़, आजमगढ़, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, चंदौली, चित्रकूट, जालौन, झांसी, देवरिया, पीलीभीत, बलरामपुर, बलिया, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, बिजनौर, मऊ, महराजगंज, महोबा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, ललितपुर, वाराणसी, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर तथा हमीरपुर के 90,950 प्रभावित किसानों के लिए 30 करोड़ 54 लाख 16 हजार 203 रुपये की धनराशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की गई है. मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित लाभार्थी कृषकों के बैंक खातों में राहत राशि पूरी पारदर्शिता के साथ अविलंब प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं.